उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की चुनावी नैया पार लगाने के लिए लाये गये रणनीतिकार प्रशान्त किशोर की तरफ से तवज्जो न मिलने के कारण और अब उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के भाजपा का दामन थामने के बाद उत्तर प्रदेश कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री रीता बहुगुणा जोशी भी कांग्रेस का साथ छोड़ सकती हैं।
- चर्चा है कि रीता बहुगुणा जोशी जल्द ही सपा में शामिल हो सकती हैं।
- वहीं कांग्रेस रणनीतिकार प्रशान्त किशोर के यूपी में सक्रिय होने के बाद रीता बहुगुणा को पार्टी की तरफ से खास तवज्जों नहीं मिल रही है।
- ऐसे में उनके सपा में शामिल होने की अटकलें तेज हो गईं हैं, सूत्रों के अनुसार, केवल शिवपाल यादव और मुलायम सिंह यादव की सहमति का इंतजार है।
- मालूम हो कि सपा सुप्रीमों मुलायम सिंह ने अपनी छोटी बहु और समाज सेविका अर्पणा यादव को लखनऊ कैंट विधानसभा सीट पर सपा प्रत्याशी घोषित किया है।
- लखनऊ कैंट रीता बहुगुणा की परंपरागत सीट रही है, और वह वर्तमान में यहीं से विधायक भी हैं।
- इलाहाबाद यूनिवर्सिटी कैंपस में वहां के वीसी की मनमानी को लेकर प्रदर्शन कर रही सपा छात्र नेता रिचा सिंह ने अनशन शुरू कर दिया था।
- तब रीता बहुगुणा सपा नेता ऋचा सिंह की मदद के लिए इलाहाबाद यूनिवर्सिटी जा गईं थी।
- वहीं दूसरी तरफ उत्तराखंड में कांग्रेस की सरकार गिराने और राष्ट्रपति शासन लगवाने में उनके भाई पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा की अहम भूमिका रही है। और अब वह भाजपा के साथ है।
- बताया जा रहा है कि सपा में इंट्री के लिए रीत बहुगुणा को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की सहमति मिल गई है, केवल सपा सुप्रीमों की सहमति का इंतजार है।