लखनऊ की मशहूर फनकारा और बेगम अख्तर की शागिर्द रह चुकी जरीना बेगम जिनकी आवाज लखनऊ के शाही दरबारों में गूंजती थी, 87 साल की जरीना बेगम आज लखनऊ के केके हॉस्पिटल के आईसीयू में भर्ती हैं। और आज भी उनकी बस एक ही ख्वाहिश है कि जो दिक्कतें उन्होंने अपनी जिन्दगी में देखी है वो सब उनका बेटा और बेटी न देखें। जरीना बेगम बस यही चाहती हैं कि उनके बेटे के लिए एक ई-रिक्शा मिल जाये जिससे उनका परिवार किसी का मोहताज न रहे।
लखनऊ की फनकारा जिन्होंने अपनी पूरी जिन्दगी लखनऊ की विरासत को संभाल के रखा है। आज उसी फनकारा को लखनऊ के साथ और प्यार की जरूरत है इसलिए रेड एफएम के आरजे टुच्चा तुषार ने शुरू की एक मुहीम #अवध_की_आखिरी_आवाज़ जिसके अंतर्गत क्राउडफंडिंग के जरिये उनके लड़के के लिए एक ई-रिक्शा उपलब्ध कराया जा सके। इस मुहीम में लखनऊ के लोग बढ़ चढ़कर अपना योगदान कर रहे है, जो लोग इस मुहीम से जुड़ना चाहते है वो नीचे दिए लिंक पर जा कर योगदान कर सकते है।
http://ket.to/AwadhKiAkhiriAwaz
पिछली सरकार ने दिया था ई-रिक्शा देने का वादा
बता दें कि अखिलेश सरकार ने जरीन बेगम को ई-रिक्शा देने का वादा किया था, लेकिन अखिलेश की सरकार पुनः सत्ता में वापस नहीं आ सकी और वादा धरा का धरा रह गया। जरीना बेगम 50-60 के दशक में गाया करती थी लेकिन बेगम अख्तर के जाने के बाद उनकी हालत खराब हो गई। लंग्स में इंफेक्शन होने के कारण लखनऊ के केके हास्पिटल में भर्ती कराया गया है जहां उनके किसी चाहने वाले ने उनका बिल भुगतान किया है।
आरजे टुच्चा जुटा रहे हैं फण्ड
रेड एफ के आरजे टुच्चा जरीन बेगम की सहायता करने के लिए एक क्राउडफंडिंग के जरिए फण्ड जुटाने की कोशिश कर रहे है ताकि उनके परिवार की आर्थिक मदद की जा सके। अभी तक उन्होंने लगभग 65 हजार रूपये का फण्ड जुटाने में सफल साबित हुए हैं।