राष्ट्रीय लोकदल उ0प्र0 के अध्यक्ष डाॅ0 मसूद अहमद ने दरोगा भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने पर आश्चर्य व्यक्त करते हुये कहा कि बहुत प्रतीक्षा के बाद परीक्षा आयोजित की गयी और लाखों बेरोजगारों में नौकरी पाने की आशा की किरण दिखाई पड़ी। परन्तु प्रदेश सरकार द्वारा (sub inspectors recruitment) परीक्षा की गोपनीयता सुरक्षित नहीं रखी जा सकी। लाखों युवाओं की आशाओं पर पानी फिर गया।
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सी0बी0आई0 जांच की मांग
- डाॅ0 अहमद ने कहा कि क्या यही सरकार के कामों की पारदर्शिता है कि वह परीक्षा जैसी गोपनीयता को सार्वजनिक करके कुशल प्रशासन का परिचय देना चाह रही है।
- पिछली सरकारों ने पुलिस भर्तियां सदैव अव्यवस्थित तरीकों से की गयी।
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- अधिकांशतः लोग न्यायालय की शरण में गये जहां पर सरकारों की त्रुटियां उजागर की गयी।
- इस सरकार को पूर्व में घटित उदाहरणों से सीख लेने की आवश्यकता थी।
- बेरोजगारों के घावों पर मलहम लगाने की आवश्यकता थी।
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- जबकि इस सरकार ने घावों पर नमक छिड़कने का काम किया है।
- जिसको प्रदेश के करोड़ो बेरोजगार एवं उनके परिवार भुला नहीं पायेंगे।
- रालोद प्रदेश अध्यक्ष ने इस दरोगा भर्ती परीक्षा की गोपनीयता भंग होने की सी0बी0आई0 जांच की मांग करते हुये कहा कि यह सरकार का नैतिक दायित्व है।
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- कि वह जांच कराकर दोषी व्यक्तियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही करे ताकि बेरोजगारो में आने वाले समय में परीक्षाओं की शुचिता के सन्दर्भ में विश्वास हो सके।
- यदि प्रदेश सरकार द्वारा ऐसा कदम नहीं उठाया जाता है।
- तो (sub inspectors recruitment) यह समझा जायेगा कि सरकार में बैठे लोगो का इस घटना में हाथ है।