कैराना उपचुनाव में जीत से उत्साहित राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी लखनऊ में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से मिलने पहुंचे थे। इस दौरान अखिलेश यादव और जयंत ने बंद कमरे में कई मुद्दों पर बात की। इसके बाद मीडिया के सामने आकर दोनों ने हाथ मिलाया और विपक्षी एकजुटता का प्रदर्शन किया। इस दौरान जयंत चौधरी ने रालोद के प्रदेश कार्यालय पर होने वाली रोजा इफ्तार पार्टी में आने का निमंत्रण दिया लेकिन सपा से सिर्फ कुछ ही नेता इस इफ्तार पार्टी में पहुंचे थे। इसके अलावा अन्य दलों के भी बड़े नेता इस इफ्तार पार्टी में नहीं पहुंचे।
चुनिंदा नेता हुए शामिल :
रालोद ने प्रदेश कार्यालय पर रोजा इफ्तार का कार्यक्रम असल में महागठबंधन की एकता का प्रदर्शन करने के लिए आयोजित किया था लेकिन ये इफ्तार पार्टी रालोद की अधूरी कोशिश भर सिद्ध होकर रह गयी। रालोद के प्रदेश कार्यालय में आयोजित इफ्तार पार्टी का न्यौता मिलने के बाद भी बहुजन समाज पार्टी ने इससे दूरी बनाए रखी। इसके अलावा प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने भी इफ्तार पार्टी से दूरी बनाये रखी। कांग्रेस से सिर्फ पूर्व विधायक सिराज मेंहदी, प्रवक्ता जीशान हैदर व सुरेंद्र राजपूत जैसे कांग्रेसी पहंचे हुए थे। वहीँ सपा से प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम, विधान परिषद सदस्य सुनील सिंह, राजेश यादव, गुलाम मोहम्मद, अरशद खान, जगदेव सिंह व बाबर चौहान समेत अनेक नेता पहुंचे थे। इसके साथ ही अन्य पार्टियों से CMP से प्रेमनाथ राय, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के रमेश दीक्षित व राष्ट्रीय जनतादल के प्रदेश अध्यक्ष अशोक सिंह जैसे नेता इफ्तार पार्टी में पहुंचे।
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तबस्सुम हसन का हुआ स्वागत :
रालोद उपाध्यक्ष जयंत चौधरी की मौजूदगी में आयोजित इफ्तार पार्टी में मुख्य आकर्षण कैराना की नवनिर्वाचित सांसद तबस्सुम हसन रही थीं। इफ्तार पार्टी शुरू होने के पहले तबस्सुम का पार्टी कार्यालय पर स्वागत किया गया।इस दौरान रालोद प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मसूद के साथ ही महासचिव त्रिलोक त्यागी, युवा रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष वसीम रजा, वंश नारायण पटेल, राजेंद्र शर्मा, शिवकरन सिंह, योगराज सिंह, अनिल दुबे, शैलेंद्र यादव, डॉ.राजकुमार सांगवान व सोहराब ग्यास मौजूद रहे थे।