राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ. मसूद अहमद ने पत्रकारों को सम्बोधित करते हुये कहा कि प्रदेश सरकार प्रत्येक मोर्चे पर इस प्रकार विफलता की ओर जा रही है जैसा कि अभी तक कोई भी लोकतांत्रिक सरकार विफल नहीं हुयी। कानून-व्यवस्था के मुख्य मुददे पर बनी वर्तमान सरकार आज तक इसी व्यवस्था पर विफल है। प्रदेश की राजधानी में कोई भी दिन ऐसा नहीं गुजरता है कि जिस दिन जघन्य अपराध न घटित होता हो और सरकार अपनी वाहवाही के कसीदे पढ़ने में व्यस्त रहती है।
भाजपा का एजेंडा आरएसएस से ग्रसित
राष्ट्रीय लोकदल मांग करता है कि प्रदेश सरकार भारतीय जनता पार्टी का एजेन्डा लागू करे क्योंकि अभी तक की कारगुजारी आरएसएस के एजेन्डे से ग्रसित प्रतीत हो रही है। आज चारों ओर का वातावरण धार्मिक उन्माद, वर्ग संघर्ष एवं जातीयता की संकीर्ण भावनाओं मे जकड़ा हुआ है। सामाजिक संघर्ष के मोर्चे पर भगवाधारी लोग सफल हो रहे हैं और जातीय संघर्ष को बढावा दे रहे हैं। जिससे यह स्पष्ट है कि देश का लोकतंत्र खतरे में प्रतीत हो रहा है।
किसानों के साथ धोखेबाजी का काम कर रही सरकार
सरकार किसानों के साथ प्रत्येक मोर्चे पर धोखेबाजी का काम कर रही है। धान क्रय केन्द्रों की व्यवस्था सुचारू रूप से लागू नहीं हो सकी, किसानों का ऋण एजेन्डे के अनुसार माफ नहीं किया जा सका और किसानों की फसलों को लागत मूल्य का डेढ गुना समर्थन मूल्य अब तक निर्धारित नहीं किया गया जबकि रबी की फसल तैयार होने वाली है। गन्ना किसानों का बकाया अब तक पूर्णतः भुगतान नहीं हो सका और उच्च न्यायालय के निर्णय के अनुसार बकाया मूल्य का ब्याज भी अब तक गन्ना किसानों को भुगतान नहीं किया गया।
आलू किसानों की विकराल समस्या
आलू किसानों की समस्या विकराल रूप लेकर सामने है सरकार की अक्षमता का परिणाम ही है कि आलू किसानों को अपना आलू कोल्ड स्टोरेजों से न उठाने के लिए मजबूर होना पड़ा। राष्ट्रीय लोकदल आलू किसानों की समस्याओं को लेकर 16 जनवरी को लखनऊ में धरना प्रदर्शन एवं 18 जनवरी को आगरा के खंदौली में वृहद किसान पंचायत का आयोजन कर रहा है जिसमें राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय प्रदेश के लाखों को किसानों को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित करेंगे।
स्वेटर वितरण में सरकार की नियति पर शक
यूरिया खाद, पेट्रोल डीजल, सरसों का तेल आदि विभिन्न खादय पदार्थों के अतिरिक्त रियल स्टेट से सम्बन्धित मौरंग, सीमेन्ट, सरिया आदि की मंहगाई की मार झेल रहे कारोंबारियों के साथ उससे सम्बन्धित मजदूर वर्ग भी बेरोजगार है। प्रदेश के नौनिहालों को अभी तक भीषण जाड़े की स्थिति में स्वेटर उपलब्ध नहीं कराये जा सके। जिससे सरकार की नीयत पर शक हो रहा है। प्रदेश अध्यक्ष ने प्रदेश सरकार से किसान मसीहा चौधरी चरण सिंह की जयन्ती के अवसर पर प्रतिवर्ष दिनांक 23 दिसम्बर को सार्वजनिक अवकाष को पुनः लागू करने की मांग की। पत्रकार वार्ता में राष्ट्रीय प्रवक्ता साहब सिंह, राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल दुबे, राष्ट्रीय सचिव शिवकरन सिंह, वरिष्ठ नेता हाजी वसीम हैदर, प्रदेश कोषाध्यक्ष प्रो. यज्ञदत्त शुक्ला तथा प्रदेश प्रवक्ता सुरेन्द्रनाथ त्रिवेदी उपस्थित थे।