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उत्‍तर प्रदेश की सड़केंं हैं सबसे खतरनाक, पिछले एक साल में 17 हजार से अधिक इन्‍सानों ने गवाई अपनी जान

road accidents

सड़क दुर्घटना को लेकर कोई ना कोई खबर लगभग हर रोज सुनने को मिल ही जाती है। भारत में सड़को की क्‍या स्थिति है इसका अदांजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यहां हर रोज सड़क दुर्घटनाओं की वजह 400 से अधिक जाने चली जाती हैंं।

परिवहन अनुसंधान विभाग ने इस रिपोर्ट को तैयार करने के लिए यह पता लगाया कि इतने अधिक सड़क हादसों की वजह क्या है और कौन सी जगहें सड़क हादसों के हिसाब से सबसे ज्यादा खतरनाक हैं। इसके लिए तमाम राज्य सरकारों, पुलिस और अन्य एजेंसियों से ब्यौरा मंगाकर उसकी समीक्षा की गई।

केंद्रीय गृहमत्रांलय अनुसंधान विभाग की रिपोर्ट के अनुसार भारत में राेेजाना 1774 हादसें होते है जिसमें चार सौ से  जाने चली जाती है। रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि 100 में से 77 सड़क हादसों में गलती गाड़ी चलाने वाली की होती है।

देश में सड़को की सबसे खस्‍ता हालत उत्‍तर प्रदेश में है। यहां की सड़को का हाल ये है कि इन सड़़को पर पिछले एक साल में ही लगभग 17 हजार लोग मौत के काल में समा चुके हैंं।

केंंद्रीय परिवहन मंंत्री गडकरी ने माना है कि उनका मत्रांलय सड़क हादसों को रोकने मेेंं पूरी तरह नाकाम साबित हो रहा है। गडकरी के अनुसार सड़को की डिजाइन में बहुत खामियां है जिसकी वजह से लगातार हादसे हो रहे है। परिवहन मत्रांलय ने ऐसे 276 ब्‍लैक स्‍पॉट्स की पहचान की है जहां सबसे ज्‍यादा हादसें होते है।

गौरतलब है कि 2015 में सबसे ज्‍यादा सड़क हादसें मुंंबई मे हुए है लेकिन इस साल सड़क हादसे में सबसे ज्‍यादा जाने देश की राजधानी दिल्‍ली में गई। सबसे ज्‍यादा चिन्‍ता का विषय ये है सड़़क हादसो में इतनी मौते होने के बावजूद भी इस समस्‍या को लेकर लोगो की चिन्‍ता बेहद कम नजर आती है।

इसे भी पढ़ेे- उत्तर प्रदेश ट्रैफिक पुलिस का ऑफिशियल ट्विटर                         अकाउंट हुआ वेरीफाइड!

 

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