उत्तर प्रदेश के अमेठी जिला के गौरीगंज थाना क्षेत्र के राजगढ़ गांव में आये दिन हो रही सड़क दुर्घटनाओं से आहत आक्रोशित लोगों ने गौरीगंज मुसाफिरखाना रोड पर जाम लगाते हुए प्रशासन से स्पीड ब्रेकर बनवाने की मांग की। रोड जाम की सूचना पाकर पुलिस और उपजिलाधिकारी मौके पर पहुँच गए और अधिकारियों द्वारा स्पीड ब्रेकर बनवाने को लेकर दिए गए आश्वासन पर ग्रामीण राजी हुए।

मामला मुंशीगंज थाना क्षेत्र के राजगढ़ गांव का है। यहां दो बच्चे लवलेश कुमार सिहं (13) पुत्र रमेश सिंह, बलजीत गुप्ता (12) पुत्र रामभवन घूमने निकलने थे। इसी बीच सुलतानपुर की तरफ से तेज रफ्तार ट्रक दोनों को रौंदता हुआ आगे निकल गया। आवाज सुनकर जब तक लोग पहुंचे तब तक दोनों की मौत हो चुकी थी। दोनों की मौत के बाद ग्रामीण आक्रोशित हो गए।

हजारों की संख्या में सड़क जामकर प्रदर्शन शुरु कर दिया। मौके पर पहुंची मुंशीगंज पुलिस ने ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की, लेकिन ग्रामीणों का आक्रोश कम नहीं हुआ। स्थिति हाथ से बाहर जाते देख सीओ सहित पांच थानों की फोर्स मौके पर पहुंची। इसके बाद स्थिति काबू में आई थी। पुलिस प्रशासन ने किसी तरह ग्रामीणों को समझाकर जाम खुलवाया। शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा।

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अपहृत लड़की को छुड़ाकर ला रहे 2 पुलिसकर्मियों सहित 7 की मौत

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिला में दबिश देने गई पुलिस की निजी कार बरेली से वापस लौटते समय दुर्घटनाग्रस्त हो गई। घने कोहरे की वजह से कार चालक तालाब को नहीं देख सका और कार अनियंत्रित होकर तालाब में पलट गई। कार में सवार लोगों ने पानी से बाहर निकलने की कोशिश की लेकिन वह सफल नहीं हो सके। दिल को झकझोर देने वाले इस हादसे में 2 पुलिसकर्मी और 5 लोगों की मौत हो गई।

राहगीरों की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने 7 शवों को तलाब से बाहर निकाला। पुलिस ने सभी के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इस घटना की जानकारी जैसे ही मृतकों के परिजनों को मिली वैसे ही उनके घरों में कोहराम मच गया। हादसे के बाद पुलिस ने क्रेन बुलाकर तालाब से गाड़ी को बाहर निकलवाया। स्थानीय लोगों के मुताबिक, ठंड और कोहरा अधिक होने की वजह से ये हादसा हो गया। लोगों को इसकी जानकारी रविवार सुबह हो पाई।

जानकारी के अनुसार, जवां थाना से एक लड़की का अपरहण हो गया था। जिसके बारे में पुलिस को सूचना मिली थी कि लड़की कहीं बरेली में युवक के चंगुल में है। जवां पुलिस की टीम लड़की को बरामद करने के लिए एक निजी स्कार्पियों में तैनात एक सब इंस्पेक्टर और एक सिपाही तथा पांच लड़की के परिजन बरेली गए थे।

बरेली से रात को वापस आते समय अतरौली से एक किलोमीटर दूर ईदगाह के निकट कोहरे के कारण स्कार्पियों (HR 17 5237) चालक सड़क के किनारे बने बड़े तालाब को देख नहीं सका। जिसके कारण पूरी गाड़ी तालाब के अंदर चली गई। जिसमें सवार कोई भी व्यक्ति बाहर नहीं आ सका। गाड़ी रात भर ठंडे पानी में पड़ी रही सुबह जब लोग टहलने निकले तो उन्हें इस बात की जानकारी हुई। उन्होंने पुलिस और को सूचित किया।

सूचना पाकर स्थानीय अस्पताल से डॉक्टर दीपक राजपुरी अपनी सभी टीम और एंबुलेंस को लेकर मौके पर पहुंचे। पुलिस भी मौके पर आ गई और सभी ने मिलकर स्कार्पियों सवार लोगों को बाहर निकालने का प्रयास किया। एक-एक करके सभी साथियों को बाहर निकाल कर एंबुलेंस में डालकर पहले सीएचसी अतरौली भेजा गया। जहां हालत चिंताजनक होने के कारण लोगों को अलीगढ़ मेडिकल काॅलेज रेफर कर दिया गया है। घटना से इलाके में हड़कंप मचा हुआ है।

घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस के आला अफसर मौके पर पहुंचे और सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। स्थानीय लोगों की माने तो तालाब में पानी ज्यादा था। पानी होने की वजह से कार के शीशे भी नहीं खुल सके और पानी कार के भीतर घुस गया। कार में पानी भर जाने से सभी की सांसे थम गईं। कोहरा अधिक होने के चलते जब सुबह लोग शौच के लिए निकले तो उन्हें घटना की जानकारी हुई। बताया जा रहा है कि पुलिस की टीम अपहृत लड़की को छुड़ाकर वापस लौट रही थी और ये दुःखद हादसा हो गया। हालांकि इस घटना से इलाकाई लोगों की भी आंखें नम थीं।

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