आजकल लोग विरोध करने के भी नए-नए तरीके खोज लेते है. ऐसे ही अनूठे विरोध का मामला सामने आया है गाजीपुर से जहाँ बलिया- बिहार को जाने वाली नेशनल हाइवे तालाब में तब्दील हो जाने के बाद लोगों ने जिला प्रशासन को आइना दिखाने के लिए लोग सड़क पर ही मछली मारकर विरोध प्रदर्शन किया।
क्या है पूरा मामला:
तालाब बन चुकी ये सड़क जिला मुख्यालय से होते हुए बलिया और बिहार को जाती है। ये सड़क जिला मुख्यालय से मात्र 2 किलोमीटर दूर रौजा इलाके के आलमपट्टी के पास की है। सैकड़ो बस, ट्रक और हल्के वहान के साथ टूव्हीलर यहाँ से गुजरते है और आसपास के रहने वाले लोग छोटे मोटे काम के लिए पैदल भी निकलते है। लेकिन तालाब में तब्दील इस सड़क पर पैदल तो चलना दूर टूव्हीलर भी बड़ी मुश्किल से गुजरते है।
सड़क की ऐसी हालत बनती है जाम का सबब:
तालाब बने इस सड़क से गुजरने वाले ट्रको के हालात ये है कि कभी उनके गुल्ले टूट जाते है तो कभी गड्ढे की वजह से कुछ और खराब हो जाते है। यहीं नहीं आने वाले वाहन भी गिर जाते है। जिसकी वजह से भारी जाम की स्थिति पैदा हो जाती है। जिसको लेकर जिले के सामाजिक कार्यकर्ताओं ने जिला प्रशासन को जगाने के लिए तालाब में तब्दील एनएच पर मछली पकड़ कर जगाने का काम किया।
पहली बारिश में ही सड़क बन गई तालाब:
स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले 6 माह से इस रोड की स्थिति यही है पहली बारिश हुई और इस सड़क की हालत तालाब में तब्दील हो गई है। लोगों ने सांसद व रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा से खुश नहीं है और ख़ुद को ठगा महसूस कर रहे है। लोगों कहा कि जिला में लोग उनको विकास पुरुष के नाम से जानते है लेकिन जिले के विकास का एक नज़ारा ये भी है कि पिछले 6 माह से ये सड़क गड्ढो में तब्दील है । ये भी एक विकास है।
प्रदेश सरकार प्रदेश की सभी सडको को 6 माह में गड्ढा मुक्त करने का वादा किया था लेकिन कितना वादा पूरा हुआ है।