पिता के इलाज के लिए पचास हजार रुपये कर्ज लेकर लखनऊ जाने के लिए निकला मैकेनिक को बदमाशों ने लहुलूहान कर रकम लूट ली। वह लखनऊ आने के लिए वाहन का इंतजार कर रहा था, तभी वहां पहुंचे बाइक सवारों ने उसे लिफ्ट देने के बहाने बैठा लिया। निगोहां टोल प्लाजा के पास स्थित नहर में सुनसान स्थान पर ले जाकर बुरी तरह हाकी से पिटाई करने के बाद मरणासन्न होने पर 50 हजार रुपये व मोबाइल लूट कर फरार हो गये। वहीं देर रात होश में आने के बाद पीडि़त किसी तरह निजी अस्पताल पहुंचकर इलाज कराने के बाद सुबह पीजीआई थाने पहुंचा।
यहां घटना क्षेत्र निगोहां बताकर पुलिस ने पीड़ित को वापस कर दिया। निगोहां थाने पहुंचा तो वहां की पुलिस ने जांच करने की बजाय घटना बछरावां थाना क्षेत्र में होने की बात कहकर वापस कर दिया। पीड़ित ने बछरावां थाने पहुंचकर शिकायत की तो वहां की पुलिस ने वापस निगोहां भेज दिया। पीड़ित बीते दो दिनों से तीन थानों के चक्कर काटने को मजबूर है। वहीं पुलिस बिना मौका-ए-वारदात की जांच किए अपने-अपने क्षेत्र में लूट की घटना न होने की बात कहकर पल्ला झाड़ रही है।
जानकारी के मुताबिक, रायबरेली जनपद के महाराजगंज थाना क्षेत्र के अटरेठा गांव निवासी राजन दीक्षित पेशे से एसी मैकेनिक है। उन्होंने बताया कि उनके पिता रामशंकर की तबीयत काफी खराब है, जिनका इलाज बाराबंकी में एक अस्पताल में चल रहा है। जिनके उपचार के लिए शुक्रवार रात करीब 10:30 बजे रिश्तेदारों से 50 हजार रुपये कर्ज लेकर बाराबंकी जाने के लिए बछरावां कस्बे में वाहन का इन्तजार कर रहा था। तभी दो बाइक सवार तीन युवकों ने उनके पास आकर बाइक रोकी और पूछा कहा जाना है। उसने लखनऊ जाने की बात कही तो कहा बैठ जाओ तुम्हे लखनऊ छोड़ देंगे। जिसके बाद वह एक बाइक पर बैठ गया।
पीड़ित ने बताया कि निगोहां के दखिना में बने टोल प्लाजा के पास पुलिस की चेंकिग लगी देख दूसरी बाइक में सवार युवक ने चेकिंग से बचने की बात कहकर टोल प्लाजा के बगल की नहर से लखनऊ चलने की बात कहकर दोनो बाइकें नहर की तरफ मोड़ने के बाद सूनसान जगह पर ले जाकर बाइक रोका। उसके बाद राजन की हाकी से बुरी तरह पिटाई करने लगे। उसके बेहोश होने पर मोबाइल व 50 हजार रुपए छीनकर बाइक से भाग निकले। होश आने पर देर रात पास के एक निजी अस्पताल पहुंचकर इलाज कराने के बाद शनिवार की सुबह पीजीआई कोतवाली पहुंचा। जहां पर घटना उनके क्षेत्र की न होने का हवाला देकर पुलिस ने निगोहां थाने भेज दिया।
पीड़ित रविवार को निगोहां थाने पहुंचा और पुलिस को आपबीती बताई तो पुलिस ने घटनास्थल बिना तस्दीक किए बछरावां थाना क्षेत्र में होने की बात कहकर तहरीर वापस कर चलता कर दिया। इसके बाद वह बछरावां थाने शिकायत करने पहुंचा तो वहां की पुलिस ने उसे घटना निगोहां थाना क्षेत्र की बात कहकर वापस कर दिया। वहीं पीड़ित अपने साथ हुयी लूट की घटना का मुकदमा दर्ज कराने के लिये बीते दो दिनों से लखनऊ के निगोहां, पीजीआई व रायबरेली के बछरावां थाने का चक्कर लगाने को मजबूर है।
पीड़ित की चोटें देख भी नहीं पसीजी पुलिस पीड़ित राजन रविवार को निगोहां थाने पहुंचा और अपने साथ हुयी घटना की जानकारी देते हुए कपड़े उतार कर पुलिस को चोटें भी दिखाई। इस पर भी पुलिस उसकी हालत देखकर नहीं पसीजी, बल्कि उससे तरह-तरह के सवाल पूछकर परेशान करने के बाद घटना स्थल बछरावां थाना क्षेत्र बताकर चलता कर दिया। वही पीड़ित की माने तो बदमाशों ने निगोहां थाना क्षेत्र में घटना को अजांम दिया है।
पीड़ित ने रविवार को घन्टो निगोहां थाने पर बैठकर मुकदमा लिखकर कार्यवाही करने की मांग थाने मौजूद दरोगा दयाशंकर से करता रहा, लेकिन जब निगोहां थाने के एसओ अजय राय से जानकारी ली गयी तो उन्होंने लूट के किसी पीड़ित के थाने न आने की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया।