उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में आरपीएफ के एक जवान को उसी की बंदूक से रहस्यमय हालत में गोली लग गई। गोली लगने से जवान की मौके पर ही मौत हो गई। मृतक सिपाही आरपीएफ गोविंदपुरी स्टेशन में तैनात था और स्टाफ डियूटी के चलते जेएमसी के पास गस्त के दौरान घटना हुई। घटना की जानकारी होने पर आरपीएफ के आलाधिकारी मौके पर पहुंचे और छानबीन के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घटना की जानकारी मिलते ही जवान के परिवार में कोहराम मच गया।
यह है पूरा घटनाक्रम
- जानकारी के मुताबिक, डेरापुर निवासी रामबाबू (40) की वर्ष 2000 में आरपीएफ में नौकरी लगी थी।
- मृतक की तीन बेटिया प्रिंसी (14), नेहा (10), श्रष्टि (7) और बेटा स्पर्श (5) अपनी मां रेनू के साथ गांव में ही रहती थी।
- आरपीएफ प्रभारी निरीक्षक आनंद पाण्डेय ने बताया कि रोज की तरह रामबाबू अपने साथियों के साथ सुरक्षा की गस्त कर रहे थे।
- एक किलोमीटर गस्त करने के बाद आराम करते समय राम बाबू की राइफल से गोली चल गई और सीधा सिर में जा लगी।
- इससे रामबाबू की मौके पर ही मौत हो गई। मृतक रामबाबू तीन भाइयो में दूसरे नंबर का था।
- घटना के बाद आरपीएफ के असिस्टेंड कमाण्डर चन्दन प्रसाद सिन्हा और कई आरपीएफ के कई अधिकारी मौके पर पहुंचकर जांच में जुट गए हैं।
- चन्दन प्रसाद सिन्हा असिस्टेंड कमाण्डर ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है कि आखिर कैसे गोली चली।