जनेश्वर मिश्रा पार्क अगले वित्तीय वर्ष में प्रवेश शुल्क लगाने की तैयारी में जुट गया है। एलडीए ने दिव्यांग, बुजुर्गों और बच्चों की एंट्री मुक्त रखने का फैसला लिया है इसका प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है। इनके अलावा बाकी विजिटर्स को प्रवेश शुल्क चुकाना होगा। पार्क में टिकट बेचने का काम भी निजी एजेंसी करेगी। इसके लिए निविदा प्रक्रिया एलडीए ने शुरु कर दी है।
एलडीए के उद्यान अधिकारी और जनेश्वर मिश्र पार्क के प्रभारी एसपी सिसौदिया ने बताया कि प्रवेश शुल्क के प्रस्ताव को समिति से अनुमोदन कराने का काम फरवरी तक पूरा कर लिया जाएगा। इससे पहले टिकट बेचने और संसाधन की आपूर्ति करने के लिए एजेंसी की तलाश के लिए निविदा प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। फरवरी के पहले सप्ताह में एजेंसी का चयन कर लिया जाएगा। कोशिश है कि 1 अप्रैल 2018 से पार्क में प्रवेश शुल्क लगा दिया जाएगा।
एलडीए ने विजिटर्स के लिए राष्ट्रीय अवकाश पर जनेश्वर मिश्र पार्क में मुफ्त प्रवेश का प्रस्ताव रखा है। गणतंत्र दिवस (26 जनवरी), स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त), गांधी जयंती (2 अक्टूबर) पर निशुल्क प्रवेश मिलेगा। समाजवादी चिंतक जनेश्वर मिश्र की जयंती 5 अगस्त, पुण्यतिथि 22 जनवरी को भी प्रवेश नि:शुल्क रहेगा।
एसपी सिसौदिया ने बताया कि एलडीए के सहयोग से संचालित लोहिया पार्क और अंबेडकर पार्क में अभी बिजिटर्स से 10 रुपये प्रति व्यक्ति शुल्क लिया जाता है। जनेश्वर मिश्रा पार्क में भी 10 रुपये का टिकट लगाए जाने की योजना है। प्रवेश शुल्क के प्रस्ताव को फाइनल कर लिया गया है। समिति से अनुमोदन के बाद इसे नए वित्तीय वर्ष से लागू करने की योजना है। एजेंसी के चयन के लिए निविदा प्रक्रिया 1 फरवरी के पहले सप्ताह में पूरी हो जाएगी।
376 एकड़ में फैला है जनेश्वर मिश्रा पार्क
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के ड्रीम प्रोजेक्टों में जनेश्वर मिश्रा पार्क भी सुमार है।हालांकि एलडीए पर जनेश्वर मिश्रा पार्क के रखरखाव को लेकर भ्रस्टाचार के आरोप लगते रहे हैं। ख़बरों के मुताबिक, जनेश्वर मिश्र पार्क में 70 प्रतिशत पैडल बोट कबाड़ हो गईं। लेकिन जब मौके पर जाकर देखा गया तो सारी बोट सही थीं। कुछ पैडल बोट के पैड चलते-चलते ख़राब हुए हैं उन्हें कर्मचारियों ने अलग किया हुआ है। जनेश्वर मिश्र पार्क 376 एकड़ में फैला हुआ है। पार्क घूमने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं।