गाजीपुर में RSS कार्यकर्ता और पत्रकार की जो हत्या हुई है उस हत्या के पीछे कहीं ना कहीं उनकी लेखनी से आहत लोगों के द्वारा हत्या किए जाने का मामला सामने आ रहा है. मृतक पत्रकार राजेश मिश्रा के साथ रहने वाले पत्रकार मित्र मनोज यादव का बयान इसी तरफ इशारा कर रहा है.
करीबियों को अंदेशा, पत्रकारिता ने ली जान:
मनोज यादव ने बताया कि राजेश क्षेत्र में हो रहे अवैध बालू खनन के साथ ही आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहने वाले लोगों के खिलाफ जमकर लिखा करते थे.
- इसको लेकर कई बार उन लोगों के द्वारा हिदायत भी दी गई थी.
- बावजूद इसके राजेश ने अपनी लेखनी में कहीं से कोर कसर नहीं छोड़ी.
- उनकी किसी के साथ कोई भी रंजिश नहीं थी बावजूद उनके आज हत्या कर दी गई.
- भाजपा एमएलसी विशाल सिंह चंचल और सदर विधायक डॉक्टर संगीता बलवंत ने भी पत्रकार के घर पहुंचकर अपनी शोक संवेदना व्यक्त की.
- वहीँ जनपद के सांसद और रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा जिनका जनपद में एक बड़ा कार्यक्रम भी था,
- उस कार्यक्रम में जाने से पहले वह मृतक पत्रकार राजेश मिश्रा के घर पहुंचे और शोक संवेदना व्यक्त की.
पुलिस पर भारी दबाव:
- इस दौरान मीडिया ने जब उनसे इस हत्या पर जानने का प्रयास किया तो उन्होंने साफ लहजे में बोलने से इनकार किया.
- इससे पूर्व आईजी वाराणसी रेंज भी करंडा थाना पहुंचे और घटनास्थल पर भी पहुंच जायजा लिया . वहीं राजेश मिश्रा के भाई बृजेश मिश्रा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से पीड़ित परिवार से मिलने आने की बात कही है.
- पुलिस अधीक्षक सोमेन वर्मा ने बताया कि राजेश मिश्रा अमित मिश्रा पर तीन अज्ञात बदमाशों ने गोली चलाई जिस में राजेश मिश्रा की मौत हो गई.
- राजेश मिश्रा की बिल्डिंग मटेरियल की दुकान थी. राजेश पत्रकार होने के साथ RSS के कार्यकर्ता भी थे इनकी पुरानी रंजिश का भी मामला सामने आ रहा है जल्द ही इस हत्या का खुलासा किया जाएगा.
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Kamal Tiwari
Journalist @weuttarpradesh cover political happenings, administrative activities. Blogger, book reader, cricket Lover. Team work makes the dream work.