कार्मिक तथा प्रशिक्षण विभाग, भारत सरकार के जन सूचना अधिकारी के श्रीनिवासन द्वारा आरटीआई एक्टिविस्ट डॉ. नूतन ठाकुर को दी गयी सूचना दिनांक 22 जून 2017 से यह तथ्य सामने आया है कि पिछले 08 सालों में पूरे देश में मात्र 08 (IAS officers) आईएएस अफसरों पर वृहत दंड तथा 02 आईएएस अफसर पर लघु दंड, अर्थात कुल 10 अफसरों पर विभिन्न दंड हेतु विभागीय कार्यवाही की गयी है।
गाड़ी भगाई तो सिपाही खिंचा चला गया, दारोगा ने युवक को पीटा!
- इनमे वर्ष 2010 में वृहत दंड हेतु 01, 2011 में वृहत दंड हेतु 02 तथा लघु दंड हेतु 01, 2012 में वृहत दंड हेतु 01, 2013 तथा 2014 में कोई नहीं, 2015 में वृहत दंड हेतु 03, 2016 में वृहत दंड हेतु 01 तथा 2017 में लघु दंड हेतु 01 विभागीय कार्यवाही सम्मिलित हैं।
बरेली रेलवे स्टेशन से महिला का अपहरण कर गैंगरेप!
- नूतन के अनुसार इतनी कम संख्या में कार्यवाही से यह साफ़ हो जाता है कि (IAS officers) आईएएस अफसर अपनी सेवा में कितने अधिक सुरक्षित हैं और तमाम गंभीर आरोपों के बाद भी उनके खिलाफ कितनी कम कार्यवाही होती है।
रायबरेली: जमीन के विवाद में पांच की हत्या, दो को जिंदा जलाया!
UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें
Tags
#10 IAS
#10 आईएएस
#8 years
#8 साल
#Amitabh Thakur
#Central Forensic Science Laboratory
#CFSL chandigarh
#Chandigarh
#collectorate strike
#departmental proceedings
#home department
#information
#Mulayam Singh Yadav
#RTI
#RTI activist Dr. Nutan Thakur
#Strike
#आरटीआई
#आरटीआई एक्टिविस्ट डॉ नूतन ठाकुर
#कलक्ट्रेट मारपीट
#गृह विभाग
#जानकारी
#मुलायम सिंह यादव
#विभागीय कार्यवाही
#सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव
#सीएफएसएल
#सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी
#हड़ताल
Sudhir Kumar
I am currently working as State Crime Reporter @uttarpradesh.org. I am an avid reader and always wants to learn new things and techniques. I associated with the print, electronic media and digital media for many years.