पिछले 07 वर्षों में उत्तर प्रदेश सतर्कता अधिष्ठान (Vigilance) को राज्य सरकार द्वारा दी गयी जाँच और अन्वेषण में मात्र 48 प्रतिशत मामले ही पूरे हो सके हैं और 52 प्रतिशत मामले अभी भी विभिन्न स्तरों पर लंबित हैं इन पर सुनवाई नहीं हो रही है।
बाल कलाकार स्पर्श श्रीवास्तव की मां ने पति पर लगाए गंभीर आरोप!
- यह तथ्य आरटीआई एक्टिविस्ट डॉ. नूतन ठाकुर को सतर्कता अधिष्ठान के एसपी मुख्यालय द्वारा दी गयी सूचना से सामने आया है।
झांसा देकर दो साल तक करता रहा दुष्कर्म, बनाया अश्लील वीडियो!
- सूचना के अनुसार वर्ष 2010 से 22 जून 2017 के बीच शासन ने सतर्कता अधिष्ठान को 864 जाँच और अन्वेषण दिए जिनमे उसके द्वारा 570 मामले पूरे कर शासन को भेजे गए।
फिर लाखों की डकैती, चौकी इंचार्ज सहित तीन निलंबित!
- इनमे 420 मामलों में शासन ने निर्णय ले कर अधिष्ठान को अवगत करा फिय जबकि 150 मामले अभी भी शासन के पास लंबित हैं।
फैमिली कोर्ट में पति ने महिला का गला रेता, मचा हड़कंप!
- इस प्रकार 864 मामलों में 444 मामले अभी लंबित हैं जो कुल मामलों का 52 प्रतिशत है।
- नूतन के अनुसार अधिष्ठान और शासन के पास इतनी अधिक संख्या में लंबित मामलों से साफ दिख जाता है कि इनमे (Vigilance) रसूख के अनुसार कार्यवाही होगी है।
वीडियो: रालोद कार्यकर्ताओं पर बर्बर लाठीचार्ज, दर्जनों घायल!
UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें