परिवहन मंत्री की ऑनरोड कार्रवाई के बाद अब फिर से परिवहन विभाग का प्रवर्तन दस्ता ओवरलोड वाहनों (overloaded vehicles) पर शिकंजा कसने के लिये कमर कसता दिख रहा है।
- गत तीन दिनों तक विभिन्न रूटों पर ओवरलोड वाहनों के विशेष चेकिंग अभियान चलाया गया।
- इस दौरान बड़ी संख्या में ऐसे ओवरलोडेड वाहन दस्ते की पकड़ में आये जिन पर निर्धारित भार से कहीं अधिक टन अतिरिक्त माल लदा हुआ था।
- वो धड़ल्ले के साथ सड़कों पर फर्राटा भरते आ रहे थे।
- लखनऊ जोन के प्रवर्तन दस्तों ने 100 से अधिक ओवरलोडेड ट्रकों को पकड़ा जो क्षमता से एक हजार से अधिक टन ज्यादा माल लादे हुए थे और पकड़ने के साथ ही इन पर भारी जुर्माना लगाया गया।
कई जिलों हुई कार्रवाई
- आरटीओ प्रवर्तन लखनऊ विदिशा सिंह ने इस बाबत जानकारी दी कि लखनऊ जोन के लखनऊ, सीतापुर, रायबरेली, उन्नाव व हरदोई के प्रवर्तन दस्तों ने तीन दिन तक ओवरलोड वाहनों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया।
- तीन दिन में विभिन्न जिलों से लखनऊ की सीमा में प्रवेश करने वाले 100 से अधिक ओवरलोडेड ट्रकों को पकड़ा गया।
- अब ऐसे में यहां पर सवाल उठता है कि जब मंत्री भी ओवरलोडेड वाहनों के खिलाफ सख्त रुख अपनाये हुए हैं।
- विभागीय प्रवर्तन अफसर भी इसको लेकर संजीदा दिख रहे हैं तो, इसके बावजूद ओवरलोडेड वाहनों के बेधड़क संचालन पर ब्रेक क्यों नहीं लग पा रहा है।
- वहीं विभागीय जानकारों की मानें तो कुछ रसूखदारों के चलते ही प्रवर्तन दस्ता कहीं-कहीं पर चाहकर भी ओवरलोड वाहनों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर पाता है।
- गौर करने वाली बात यह है कि राजधानी की सीमा में अलग-अलग सड़क मार्गों से जो ओवरलोड वाहन इंट्री करते हैं, वो काफी लंबी दूरी करते हुए आते-जाते हैं।
- ऐसे में बीच रास्ते में इन (overloaded vehicles) वाहनों पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं होती है।
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