सोशल मीडिया पर कुछ लोग अपना टाइम पास करने आते हैं तो वहीँ कुछ लोग अपने सोशल कॉन्टैक्ट बढ़ाने की चाह में. लेकिन कुछ ऐसे भी हैं जो सोशल मीडिया को आमदनी का स्रोत मानते हैं और इससे कमाई के साधन तलाशते हैं. इसी कमाई की तलाश में करीब 7 लाख लोग फर्जीवाड़े का शिकार हुए.
ब्लेज इंफो सॉल्यूशंस ने किया 3700 करोड़ का फर्जीवाड़ा:
ब्लेज इंफो सॉल्यूशंस की वेबसाइट द्वारा लिंक लाइक करने के खेल में 3700 के फर्जीवाड़े की बात खुलकर सामने आई. ब्लेज इंफो सॉल्यूशंस की वेबसाइट पर आने वाले लिंक को ‘लाइक’ कर कमीशन के चक्कर में लाखों लोग फंस गए. केवल एनसीआर में ही तीन लाख से ज्यादा लोग फर्जीवाड़े के शिकार हुए हैं। इस फर्जीवाड़े में 3700 करोड़ रुपये की भारी-भरकम राशि जमा कर ली.
यूपी एसटीएफ ने इस गिरोह को पकड़ा जबकि एसएसपी एसटीएफ अमित पाठक के अनुसार,कंपनी अपने खातों को एक से दूसरे बैंक में बदलती रहती है। इस हैरान करने वाले फर्जीवाड़े में मास्टरमाइंड अनुभव मित्तल और उसके पिता सुनील मित्तल के अलावा पत्नी आयुषी और एक अन्य साथी सनी मेहता को भी नामजद किया गया है. इनके ऑफिस से 524 करोड़ रूपये भी बरामद किये गए हैं.
इस कंपनी ने सोशल मीडिया ट्रेड अगस्त 2016 से शुरू किया। वेबसाइट पर आने वाले लिंक को ऑनलाइन ‘लाइक’ करने का काम देखकर लाखों लोग इसके शिकार बने. सात माह में 6.30 लाख लोग इस कंपनी के सदस्य बन चुके हैं जबकि छापे के दौरान एसटीएफ को कंपनी में 9 लाख पहचान पत्र मिले।
एक लिंक को लाइक करने के मिलते थे 5 रूपये:
प्रत्येक लिंक को लाइक करने के एवज में कंपनी 5 रुपये का भुगतान करती थी। रेफ़रल का खेल भी इसमें खेला जाता था और यदि कोई सदस्य अपने नीचे दो सदस्य इतनी ही धनराशि देकर जोड़ता था तब उसको दोगुने लिंक लाइक करने के लिए आते थे. इन चार प्लान के हिसाब से लोगों को आकर्षित करने के लिए पूरा खाका तैयार किया गया था.
5750 रुपये, 11500 रुपये, 28750 रुपये या 57500 रुपये के तहत मेम्बर बनते थे. बीटेक की पढ़ाई कर चुका अनुभव मित्तल इस फर्जी कंपनी का मालिक और पूरे फर्जीवाड़े का मास्टर माइंड बताया जा रहा है. जबकि श्रीधर कंपनी का सीईओ है और महेश टेक्नीकल हेड के पद पर काम करता था.