राजधानी के सआदतगंज इलाके में हुए बहुचर्चित श्रवण साहू हत्याकांड के मामले में अभी पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंची पाई है। लेकिन तब तक सचिवालय के एक समीक्षा अधिकारी को 03 फरवरी 2017 को रात के 2:38 बजे धमकी भरा मैसेज मिलने के बाद हड़कंप मच गया है।
गलियों के साथ दी धमकी
- धमकी देने वाले ने गाली देते हुए लिखा है कि ‘मादर……तू और तेरा लड़का मरेगा केस वापस ले ले वार्ना छोडूंगा नहीं किसी को’, यह पहला मैसेज है।
- जबकि धमकी देने वाले ने 04 फरवरी 2017 को दोपहर 1:15 बजे फिर गलियां देते हुए दूसरा मैसेज किया इसमें उसने लिखा है कि ‘कहां है मादर……तेरे समझ में नहीं आ रहा क्या,
- ‘जबतक कोई मरेगा नहीं तब तक तेरी समझ में नहीं आएगा असलम सब्बू, शानू से बोल देना बहुत सतर्क होकर निकले,
- जिस दिन मौका मिला उस दिन लाश घर आयेगी उन दोनों की।
- यह मैसेज मिलते ही पीड़ित के घरवालों में दहशत मच गई है।
- हालाकि इस मामले में पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा पंजीकृत कर मामले की पड़ताल शुरू कर दी है।
- लेकिन पुलिस की लचर कार्रवाई देख पीड़ित ने घर छोड़ दिया है।
- वह खुद को असुरक्षित समझकर अपने रिश्तेदारों के घर रहने को मजबूर है।
यह है पूरा मामला
- जानकारी के मुताबिक, ठाकुरगंज के बसेरा अपार्टमेंट में रहने वाले सचिवालय में तैनात वरिष्ठ अधिकारी मोहम्मद असलम और उसके बेटे को जान से मारने की धमकी मिली है।
- पीड़ित ने बताया कि उनके परिवार पर पिछले साल 29 मार्च 2016 को कुछ अपराधियों ने जानलेवा हमला कर दिया था।
- इसमें मो. असलम ने कामरान सईद, छोटू पंडित, रेहान सिद्दीकी, शहजाद, शादाब, सारिक-मलिक सहित 4 से 5 अज्ञात लोगों के खिलाफ एक मुकदमा ठाकुरगंज में दर्ज करवाया था।
- पुलिस ने इसके बाद से अब तक इन अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं की है।
- पीड़ित ने बताया कि पिछली 1 फरवरी 2017 को उसके सीयूजी नंबर पर 7985858205 से फोन आया था।
- इसके बाद से कई बार आधी रात के बाद इसी नंबर से फोन आया तो उसने कॉल का कोई उत्तर नहीं दिया।
- पीड़ित ने बताया कि इसके बाद उसके नंबर पर धमकी भरे मैसेज आने से वह दहशत में है।
- उसका कहना है कि यह कामरान और उसके साथी मुकदमा वापस लेने के लिए दबाव बना रहे हैं।
- हालाकि ठाकुरगंज पुलिस ने धमकी दिए जाने का केस तो दर्ज कर लिया लेकिन अपराधी अभी भी फरार हैं।
- शायद पुलिस को एक और किसी बड़ी बारदात का इंतजार है।