कैराना में हिन्दुओं के पलायन का सच जानने के रविवार को कैराना गई साधु-संतों की टीम ने आज लखनऊ में यूपी सीएम अखिलेश यादव अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। इस दौरान संतों ने यहां के पीड़ितों का दर्द जाना, लेकिन काफी लोग डर के कारण संतों के सामने आने को तैयार नहीं हुए। संतों ने अपनी रिपोर्ट में भी माना है कि पलायन की मुख्य वजह वहां के लोगों में गुंडो-अपराधियों का डर है। उन्होंने सीएम अखिलेश यादव से आग्रह किया कि कैराना में सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम कराये जाए, जिसके बाद लोग दहशत में घर छोड़ने को मजबूर न हों।
- संतो के जांच दल ने कैराना मामले की रिपोर्ट गुरूवार को सीएम को सौंप दी है, इस दौरान सीएम अखिलेश के साथ सपा प्रदेश प्रभारी शिवपाल सिंह यादव भी मौजूद रहें।
- संतो ने अपनी जांच रिपोर्ट में कहा है कि उत्तर प्रदेश की फिजा खराब करने के लिए कैराना में खतरनाक साजिस रची गई थी।
- संतो की टीम ने मामले की रिपोर्ट को गंभीरता से लेते हुए सीएम अखिलेश यादव से ठोस कदम उठाने का आग्रह किया है।
- मालूम हो कि आचार्य प्रमोद कृष्णम की अगुवाई में कैराना पहुंचे साधु-संत सबसे पहले बदमाशों की गोलियों से मारे गए किराना व्यापारी विनोद सिंघल के घर गए और मृतक के परिजनों से बातचीत की।
- इसके बाद रंगदारी न देने पर बदमाशों की गोलियों के शिकार हुए लोहा व्यापारी शिवकुमार उर्फ शंकर और राजेंद्र कुमार उर्फ राजू के परिजनों से मिलकर स्थिति को जानने का प्रयास किया।
- जांच दल ने कई दूसरे व्यापारियों से भी कैराना के हालात की जानकारी ली।
- संतों ने लोगों को सुरक्षा का भरोसा देते हुए बताया कि वे अपनी रिपोर्ट सीएम अखिलेश यादव सौंपेंगे और उनके उचित कार्यवाही की मांग करेंगे। इसके साथ ही संत यूपी गवर्नर और पीएम को भी रिपोर्ट देंगे।
कैराना प्रकरण: मुकीम काला- कैराना में आतंक का दूसरा नाम
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