उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले से सांसद और भारतीय जनता पार्टी के सबसे विवादित नेता साक्षी महाराज(sakshi maharaj statements) रविवार 13 अगस्त को सूबे के एटा जिले में पहुंचे थे, जहाँ उन्होंने जम्मू-कश्मीर में चल रहे 35A पर चल रहे विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया दी।
देश लोगों की इच्छा के अनुसार नहीं चलेगा(sakshi maharaj statements):
- एटा पहुंचे उन्नाव से सांसद साक्षी महाराज ने जम्मू-कश्मीर के 35A पर विवादित बयान दिया है।
- जिसमें उन्होंने कहा कि, यह देश लोगों की इच्छा के अनुसार नहीं चलेगा,
- फतवों से नहीं चलेगा, मुल्ला मौलवी मंदिर के पुजारी के माध्यम से नहीं चलेगा।
- यह देश भारत के संविधान से चलेगा।
- मामला चूंकि सुप्रीम कोर्ट में है और कोर्ट का जो भी निर्णय आये,
- वो जम्मू कश्मीर सरकार को भी मानना चाहिए, पीडीपी को भी मानना चाहिए।
- भारत का संविधान नकार के केवल राष्ट्रद्रोह का खिताब ले सकता है।
कश्मीर में पहले कार्यवाही नहीं होती है(sakshi maharaj statements):
- उन्होंने कश्मीर में आतंकवादी घटनाओं पर आर्मी की कार्यवाही पर बयान देते हुए कहा कि,
- इतनी बड़ी समस्या जम्मू कश्मीर की आज सुलझती चली जा रही है पहले कार्यवाही नहीं होती थी।
- रोज आतंकवादी, पत्थरबाज, पाकिस्तानी मारे जा रहे हैं,
- मुझे लगता है कि, बहुत अच्छी शुरुआत जम्मू कश्मीर में है, परिणाम इसके बहुत अच्छे आएंगे।
- सुप्रीम कोर्ट यह नहीं सोचता है कि, कौन खुश होगा कौन नाराज होगा और न मोदी जी सोचते है।
जब से राजनीति में पैदा हुए हैं तब से चिल्ला रहे हैं(sakshi maharaj statements):
- धारा 370 पर बयान देते हुए कहा कि, हम तो जब से राजनीति में पैदा हुए तब से चिल्ला रहे रहे धारा 370 को खत्म करेंगे।
- कश्मीर से कन्या कुमारी तक समान आचार संहिता लाएंगे।
- लेकिन केंद्र में संवैधानिक सरकार बैठी है,
- एनडीए की सरकार बैठी है और सबसे ऊपर सुप्रीम कोर्ट है।
- अब 370 हो या 35 A उसको लेकर सुप्रीम कोर्ट जो निर्णय करेगा वह मान्य होगा।
मदरसों में वंदेमातरम् और राष्ट्रगान पर प्रतिक्रिया(sakshi maharaj statements):
- यूपी सरकार के मदरसों में 15 अगस्त को वंदे मातरम और राष्ट्रगान के निर्देश पर बड़ा बयान देते हुए कहा कि,
- सरकार ने आधा-अधूरा निर्णय लिया है मदरसों के लिए,
- ये भारत सरकार और प्रदेश सरकार को सुनश्चित करना चाहिए कि, सारे हिंदुस्तान के वित्त शिक्षण संस्थानों में,
- चाहे वो यूनिवर्सिटी हो चाहे मदरसे हों और जितने ऑफिस हैं,
- जिनमें काम करने वाले हर व्यक्ति को राष्ट्रगीत और राष्ट्रगान आना चाहिए।