2019 के लोकसभा चुनावों को देखते हुए समाजवादी पार्टी ने अपनी तैयारी करना शुरू कर दिया है। इसके लिए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रदेश के जिलों का दौरा कर संगठन को मजबूती देना शुरू कर दिया है। इसके अलावा अखिलेश यादव ने 2019 के चुनाव में जातिगत समीकरण को देखते हुए पार्टी में नेताओं को जिम्मेदारी देना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी के एक दिग्गज नेता को 2019 के लोकसभा चुनावों के पहले बड़ी जिम्मेदारी सौंपी हैं जिसके बाद नयी चर्चाएँ शुरू हो गयी हैं।
अखिलेश कर रहे 2019 की तैयारी :
आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों में समाजवादी पार्टी सबसे आगे चल रही है। अन्य पार्टियों ने जहाँ इसके लिए अब तक कोई ख़ास तैयारी नहीं की है तो वहीँ सपा ने तो लोकसभा चुनाव प्रत्याशियों के लिए आवेदन फॉर्म तक निकाल दिया है। वहीँ यूपी की फतेहपुर सीट से सपा ने सबसे पहले अपना प्रत्याशी भी घोषित कर दिया है। सपा संरक्षक मुलायम सिंह के मैनपुरी से लड़ने का ऐलान अखिलेश कर चुके हैं। भाजपा को उत्तर प्रदेश में घेरने के लिए अखिलेश यादव कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं और 2014 और 2017 के चुनाव में मिली हार का बदला लेना चाहते हैं।
पूर्व सांसद को सौंपी बड़ी जिम्मेदारी :
सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने कासगंज जिले की कार्यकारिणी घोषित कर दी है। इसमें पूर्व सांसद देवेंद्र सिंह यादव को फिर जिलाध्यक्ष बनाया गया है। पूर्व सांसद को शिवपाल खेमे का माना जाता है। इसके अलावा पूर्व विधायक हसरत उल्ला शेरवानी को पार्टी का जिला महासचिव बनाया गया है। जिला कार्यकारिणी में 3 उपाध्यक्ष, 12 सचिव एवं 27 सदस्य शामिल किए गए हैं। पार्टी पदाधिकारियों की इस सूची को जिलाध्यक्ष पूर्व सांसद देवेंद्र सिंह यादव ने जारी किया। इस कार्यकारिणी में नीरज कुमार मिश्रा, स्वालेह अंसारी और राजेंद्र कश्यप को उपाध्यक्ष बनाया गया है। रघुनाथ सिंह यादव को कोषाध्यक्ष घोषित किया गया है। वहीं कैप्टन राज गुप्ता, सत्येंद्र सिंह आर्य, विजेंद्र सिंह गौर, मथुरा प्रसाद, होती लाल बघेल, ओमप्रकाश कश्यप, बृजनंदन गुप्ता, गिरजा शंकर मिश्रा, लक्ष्मण सिंह यादव, विमल पाल, महेंद्र सिंह शाक्य एवं देवेंद्र सिंह लोधी को जिला सचिव बनाया गया।