2019 के लोकसभा चुनावों की समाजवादी पार्टी ने तैयारी शुरू कर दी है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी पदाधिकारियों के साथ मिलकर चुनावी रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है। इसके अलावा गुटबाजी और अनुशासनहीनता से पार पाने के लिए सपा की तरफ से उसके बागी नेताओं पर कार्यवाई की जा रही है। कई बड़े सपा नेता अभी तक पार्टी से निकाले जा चुके हैं। इस बीच समाजवादी पार्टी ने अपने एक और बड़े नेता को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है जिसके बार नयी चर्चाएँ शुरू हो गयी हैं।
सपा ने की बड़ी कार्यावाई :
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी को सत्ता से बाहर होना पड़ा था। इसके बाद से अखिलेश यादव लगातार अपने संगठन को मजबूत करने में लगे हुए थे। अखिलेश का कहना था कि निकाय चुनाव के परिणामों से सीधे तौर पर 2019 के लिए संदेश जायेगा मगर निकाय चुनाव में सपा की हार विधानसभा चुनावों से भी ज्यादा बड़ी हुई थी। उत्तर प्रदेश के 16 नगर निगमों में से 1 पर भी समाजवादी पार्टी खाता नहीं खोल सकी थी। इसके बाद पुराणी गलतियों को 2019 के लोकसभा चुनावों में न दोहराने के लिए सपा ने बागी नेताओं पर कार्यवाई शुरू कर दी है।
प्रदेश अध्यक्ष ने किया निष्कासित :
समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल के निर्देश के बाद पटियाली जनपद कासगंज की चेयरमेन शशि मिश्रा के पति नीरज मिश्रा को समाजवादी पार्टी से पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के कारण निष्कासित कर दिया गया है। सपा के इस फैसले के बाद जिले के नेता काफी हैरान हैं। देखना है कि इस फैसले के बाद सपा में आगे क्या बवाल होता है।