2019 के लोकसभा चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी ने तैयारी शुरू कर दी है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी पदाधिकारियों के साथ मिलकर चुनावी रणनीति बनाना शुरू कर दिया है। इसके अलावा बसपा से गठबंधन में चुनाव लड़ने वाली सीटो पर मंथन शुरू हो गया है। इस बीच उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी को बड़ा झटका लगा है। यहाँ पर सपा के बड़े नेता और मुलायम सिंह यादव के करीबी रहे नेता का आकस्मात देहांत हो गया है जिसके बाद सपा में कोहराम मच गया है।
पूर्व विधायक का हुआ निधन :
सुल्तानपुर से समाजवादी पार्टी के विधायक रह चुके रईस अहमद का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। उनके निधन से समाजवादी पार्टी समेत अन्य राजनैतिक दलों के लोग भी गम में हैं। सपा के पूर्व विधायक रईस अहमद सपा-बसपा गठबंधन में जयसिंहपुर से विधायक सदर बने थे। इससे पहले वह दोस्तपुर ब्लॉक के अध्यक्ष भी रह चुके थे। वह दूसरी बार साल 2007 में सपा से चुनाव लड़े थे लेकिन उसमें उन्हें हार मिली थी और वे तीसरा स्थान पर रहे थे। इस बीच वह अपने हृदय रोग की समस्या से जूझ रहे थे जिसके बाद लखनऊ के पीजीआई में उनका ऑपरेशन भी हुआ था।
सपा नेताओं ने जताया शोक :
सुल्तानपुर के समाजवादी पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष प्रोफेसर राम सहाय यादव ने कहा कि पूर्व विधायक रईस अच्छे नेता थे। उनके आकस्मिक निधन से मैंने अपना करीबी मित्र खो दिया जिसकी भरपाई बहुत मुश्किल है। इस दुखद मौके पर मैं उनको अपना श्रद्धा-सुमन अर्पित करता हूं। वहीँ बीजेपी विधायक सीताराम वर्मा के प्रतिनिधि रूपेश सिंह ने कहा कि रईस अहमद गरीबों के साथ उनके सुख-दुख में हमेशा मौजूद रहते थे। मजलूमों की बातों को शासन के ऊपरी स्तर तक पहुंचाते थे। उनका निधन समूचे क्षेत्रवासियों के लिए एक बड़ा धक्का है।