सपा के बागी शिवपाल यादव की नयी पार्टी बनने के बाद से बरेली जिले में समाजवादी पार्टी से नेताओं के इस्तीफा देने का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। इसकी शुरुआत सपा के पूर्व राज्य सभा सांसद वीरपाल सिंह यादव ने इस्तीफ़ा देकर की थी। उनके बाद से अब तक सैंकड़ों की संख्या में नेता और कार्यकर्ता प्रगर्तिशील सपा ज्वाइन कर चुके हैं। इसी क्रम में मुलायम सिंह यादव के करीबी और सपा के पूर्व प्रदेश सचिव रिजवान बरकाती ने समाजवादी पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।
अखिलेश यादव पर लगाये आरोप :
समाजवादी पार्टी से इस्तीफा देते हुए पूर्व प्रदेश सचिव ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर उपेक्षा का आरोप लगाया उन्होंने कहा कि शिवपाल यादव संगठन चलाने में माहिर थे लेकिन कुछ चापलूसों के चक्कर में आकर अखिलेश यादव ने अपने चाचा की अनदेखी करना शुरू कर दिया और अपने पिता को भी राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से हटा दिया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव अब सेक्युलरजिम की परिभाषा भूल गए है और लगता है कि वो RSS के एजेंडे पर भाजपा के लिए काम कर रहे हैं।
इस्तीफ़ा देने का सिलसिला जारी :
रिजवान बरकाती राज्य कार्यकारिणी के सदस्य रह चुके है। समाजवादी पार्टी में उपेक्षा का शिकार होकर उन्होंने इस्तीफा दिया है। कयास लगाए जा रहे हैं कि रिजवान बरकाती जल्द ही शिवपाल यादव की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी में शामिल होंगे।
समाजवादी पार्टी से नेताओं के जाने के कारण और शिवपाल यादव के नेताओं पर टिप्पणी के कारण समाजवादी पार्टी की बरेली जिला और महानगर कार्यकारिणी को भंग किया जा चुका है। इसके अलावा अब तक नई कार्यकारिणी की घोषणा नहीं हुई है।
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