पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एक बाऱ फिर से माहौल बिगाड़ने की साजिश को अंजाम दिया गया है। सहारनपुर हिंसा के बाद 2 अप्रैल को भारत बंद के दौरान हुई हिंसा और अब बुलंदशहर में हुई हिंसा ने अधिकारियों की धड़कनें बढ़ा दी हैं और अगले 24 घंटे मेरठ मंडल के लिए विशेष माने गए हैं। इस घटना ने एक बार फिर से सिद्ध कर दिया है कि स्थानीय खुफिया एजेंसियां और पुलिस का तंत्र फेल साबित हो रहा है। बुलंदशहर में हुई हिंसा पर सपा के कद्दावर नेता आजम खां ने बड़ा बयान दिया है।
आजम खां ने खड़े किये सवाल :
समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री आजम खान ने बुलंदशहर में हुई हिंसा पर कई सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि अगर एसआईटी जांच करेगी तो उसे पता लगाना चाहिए कि आखिर इस गोश्त को यहां लाया कौन था ? क्योंकि यहां दूर-दूर तक खास समुदाय की आबादी नहीं है।
आजम खां ने कहा कि ऐसा कहा जा रहा है कि मृतक इंस्पेक्टर अखलाक मर्डर केस में आईओ थे इसलिए अब एसआईटी की जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। एसआईटी की जिम्मेदारी का जो वीडियो वायरल हुआ है जो जुमले इस्तेमाल हुए हैं और जिन्होंने आईओ और इंस्पेक्टर की शिनाख्त की है उनसे पूछताछ होनी चाहिए।
SIT पर खड़े किये सवाल :
पूर्व मंत्री आजम खां ने एसआईटी पर सवाल खड़ते हुए कहा कि एसआईटी जो पुलिस ऑफिसर सीबीआई में भी होते हैं। इस जांच एजेंसी का हश्र किसी से छिपा नहीं है। ये कैसे दें कि एसआईटी की जांच निष्पक्ष होगी। जब सीबीआई ही निष्पक्ष नहीं है तो क्या कह सकते हैं।
इसके पहले उत्तर प्रदेश के मेरठ मंडल से जुड़े बुलंदशहर जनपद में सोमवार को कथित तौर पर गोकशी के बाद मचे बवाल में गुस्साई भीड़ ने स्याना थाने के इंस्पेक्टर की पत्थर या किसी भारी वस्तु मार कर हत्या कर दी। वहीं गोली लगने से एक युवक की मौत हुई है। सीएम योगी आदित्य नाथ ने इस मामले पर जांच के आदेश दे दिए हैं।
[penci_related_posts taxonomies=”undefined” title=”ये भी पढ़ें” background=”” border=”” thumbright=”no” number=”4″ style=”grid” align=”none” displayby=”uttar_pradesh_categories” orderby=”random”]