उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद से सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने निकाय चुनाव की तैयारी की थे मगर उसमे भी पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद अब एक और चुनाव से समाजवादी पार्टी का सूपड़ा साफ हो चुका है।
विधानसभा चुनावों में मिली हार :
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी ने अपनी सरकार आने का दावा किया था। तत्कालीन सीएम अखिलेश ने कहा था कि जनता काम के बल पर हमें वोट देगी मगर जनता ने सपा को नकार दिया और भाजपा को मौक़ा देते हुए भारी बहुमत से सरकार बनाई।
निकाय चुनाव में मिली हार :
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में सपा को मिली हार के बाद अखिलेश यादव ने निकाय चुनाव में जीत के दावे किये थे मगर इस चुनाव में भी विधानसभा चुनावों जैसा नजारा देखने को मिला था। उत्तर प्रदेश की 16 नगर निगमों में से 14 पर भाजपा को जीत हासिल हुई थी। इस चुनाव में समाजवादी पार्टी का सूपड़ा साफ़ हो गया था।
छात्रसंघ चुनाव में हारी समाजवादी पार्टी :
पूर्वांचल के सबसे बड़े महाविद्यालय साकेत डिग्री कॉलेज के छात्रसंघ चुनाव में समाजवादी छात्रसभा को करारी हार मिली है। बहुजन छात्र दल के राजेश वर्मा ने अध्यक्ष व मनोज कुमार ने उपाध्यक्ष पद पर जीत हासिल की है। इसके अलावा महामंत्री पद पर एबीवीपी उम्मीदवार अंकित त्रिपाठी को जीत मिली है। वहीँ उपमंत्री पद पर निर्दलीय पंकज तिवारी को जीत मिली है।
सपा के दिग्गज नेताओं ने किया था प्रचार :
साकेत डिग्री कॉलेज के छात्रसंघ चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी के कई बड़े नेताओं ने खुद आकर प्रचार किया था। सपा सरकार के पूर्व मंत्री और अखिलेश यादव के करीबी पवन पाण्डेय ने भी इस चुनाव में प्रत्याशियों के लिए प्रचार किया था। मगर फिर भी इस चुनाव में समाजवादी पार्टी को हार का सामना करना पड़ा है।
ये भी पढ़ें : बायर्स बेहाल, नोएडा के बिल्डर्स मना रहे नया साल