2019 के लोकसभा चुनावों की समाजवादी पार्टी ने तैयारी शुरू कर दी है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक कर चुनावी रणनीति बनाना शुरू कर दिया है। इसके साथ ही अखिलेश यादव ने कहा है कि बसपा से गठबंधन में कोई त्याग करना पड़ा, तो समाजवादी पार्टी उसके लिए भी तैयार है। इस बीच सपा के 3 बड़े नेताओं ने पार्टी से बगावत कर दी है। सपा के शीर्ष नेतृत्व ने भी उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाने की तैयारी कर ली है।
भदोही में चल रही गुटबाजी :
2019 के लोकसभा चुनाव को लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव बसपा के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ने की तैयारियों में जुटे हैं लेकिन भदोही जिले में पार्टी के अंदर की आपसी गुटबाजी अपने चरम पर है। यहां पर जबसे नई कमेटी का गठन हुआ है, उसके बाद से ये गुटबाजी खुल कर सामने आ रही है लेकिन समाजवादी पार्टी के बड़े नेता इसे दबाने में जुटे हुए हैं। बताया जा रहा है कि समाजवादी पार्टी की बैठक के बाद जिला महासचिव ओम प्रकाश यादव से पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं ने अभद्र व्यवहार किया। इसके बाद तुरंत जिला कार्यकारिणी की आपात बैठक बुलाई गयी। इस बैठक में जिला महासचिव से अभद्रता करने के आरोप में पार्टी के तीन नेता राजेन्द्र बिंद, राजेन्द्र यादव व बाबा बिंद को पार्टी से 6 वर्ष तक निष्काषित करने का प्रस्ताव पास किया गया।
सपा नेता ने खोला मोर्चा :
सपा नेता राजेन्द्र बिंद ने सोशल मीडिया पर एक ऑडियो पोस्ट करते हुए कहा कि पार्टी के कार्यकर्ता ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी है। दरअसल राजेन्द्र बिंद पार्टी में लोकसभा टिकट की लाइन में लगे हैं। ऐसे में इस तरह के मामले सामने आने से कई सवाल उठने लगे हैं। इस पूरे मामले पर भदोही जिलाध्यक्ष आरिफ सिद्दीकी का कहना है कि समाजवादी पार्टी एक मजबूत परिवार है और परिवार में इस तरह की बाते होती रहती है। उन्होंने कहा कि पूरी पार्टी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर तैयारी में जुटी हुई है। अनुशासनहीनता करने वाले लोगों की रिपोर्ट पार्टी आलाकमान को भेजी दी गयी है।