उत्तर प्रदेश समाजवादी पार्टी में रविवार को केंद्रीय संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाई गयी है, बैठक की अध्यक्षता सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव करेंगे। सपा की संसदीय बोर्ड की बैठक में राज्यसभा में पार्टी के नेता के नाम पर चर्चा की जाएगी।
कौन लेगा रामगोपाल यादव की जगह:
समाजवादी पार्टी में रविवार को संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाई गयी है, जिसमें पार्टी का शीर्ष नेतृत्व राज्यसभा में पार्टी के नेता के नाम पर चर्चा करेगी। गौरतलब है कि, पूर्व राज्यसभा सांसद रामगोपाल यादव को पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने के चलते सपा प्रमुख ने पार्टी से निष्कासित कर दिया था।
वहीँ राज्यसभा सांसद के नाम पर पार्टी में दो नाम बेनी प्रसाद वर्मा और नरेश अग्रवाल की चर्चा जोरों पर है। जिसमें से बेनी प्रसाद वर्मा को सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव का भरोसा प्राप्त है, नरेश अग्रवाल मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की राज्यसभा की कुर्सी के लिए पहली पसंद हैं।
क्या एक बार फिर समाजवादी कुनबे में मचेगी महाभारत?:
समाजवादी पार्टी राज्यसभा में पार्टी के नेता के नाम पर चर्चा करेगी, जिसके लिए सपा ने संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाई है। सूत्रों की मानें तो, सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव पहले ही बेनी प्रसाद वर्मा को ये पद सौंपने की तैयारी में हैं, वहीँ मुख्यमंत्री अखिलेश यादव चाहते हैं कि, यह पद नरेश अग्रवाल को दे दिया जाये।
अगर सूत्रों की जानकारी को सही मानें तो एक बार फिर प्रदेश के लोगों को समाजवादी कुनबे में महाभारत देखने को मिल सकती है। हाल ही में पिता-पुत्र के बीच जिस तरह के हालात हुए थे, उसके आधार पर कहा जा सकता है कि, राज्यसभा सांसद के नाम पर पार्टी में एक बार फिर से कलह छिड़ सकती है। सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बेनी प्रसाद वर्मा को कुछ ख़ास पसंद नहीं करते हैं, जिसके बाद वो एक बार फिर से सपा प्रमुख के फैसले को चुनौती दे सकते हैं। वहीँ नरेश अग्रवाल के नाम पर सपा प्रमुख और प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव दोनों को ऐतराज हो सकता है, बीते कुछ समय में पार्टी को लेकर किये गए मुख्यमंत्री के फैसलों को जिस तरह से बदला गया है, उससे जाहिर है कि, सपा परिवार एक बार फिर से आमने-सामने हो सकता है।