उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में कई सालों से इंद्रदेवता नाराज चल रहे थे लेकिन आखिरकार उन्होंने पीड़ित किसानों की आवाज सुनी और 1 हफ्ते जमकर पानी बरसाया। इसके चलते कानपुर का आधा इलाका टापू में तब्दील हो चुका है और सैकड़ों लोग बेघर हो गए हैं। यहाँ पर उफनती नदियां घर-गृहस्थी उजाड़ती जा रही हैं और मोहल्लों-गलियों में जलभराव होने के चलते घरों के अंदर आमशहरी घरों में कैद हो गया। इसके बाद भी सत्ताधारी दल के जनप्रतिनिधि बाढ़ प्रभावित लोगों के पास नहीं पहुंचे लेकिन विपक्ष में बैठी समाजवादी पार्टी ने बाढ़ पीड़ितों की मदद का बीड़ा उठाया और सांसद खुद इन इलाकों में पहुंचे।
ट्रैक्टर लेकर पहुंचे सपा सांसद :
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश के बाद राज्यसभा सांसद सुखराम सिंह यादव ने अपने घर में पहले बाढ़ पीड़ितों के लिए भोजन बनवाया और खुद ट्रैक्टर-ट्राली में राहत सामाग्री भर कर कुछ लोगों के साथ निकल पड़े। सपा सांसद ने टैक्टर का हैंडिल खुद संभाला और परेशान लोगों को भोजन कराने के साथ ही डॉक्टर्स के जरिए इलाज करवाया। इस मौके पर सांसद ने कहा कि शासन-प्रशासन की ओर से राहत कार्य के कोई इंतजाम नहीं हैं। कानपुर साउथ का पूरा इलाका जलमग्न हो चुका है। पूरी बस्तियां उजड़ गई हैं और दर्जनों गांव बारिश के पानी में तबाह हो गए। उन्होंने कहा कि इस संबंध में प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को भी पत्र लिखेंगे और बाढ़ पीड़ितों को उचित मुआवजे दिए जाने की मांग करेंगे।
आनन-फानन में पहुंचे मंत्री :
जब बाढ़ पीड़ितों के बवाल और गुस्से की खबर लखनऊ से दिल्ली तक पहुंची तो सरकार जागी और नेताओं को बाढ़ प्रभावित इलाकों में जाकर लोगों की मदद का आदेश दिया। इसके बाद यूपी के कैबिनेट मंत्री सतीश महाना लाव-लश्कर के साथ गुजैनी पहुंचे और लोगों की समस्याएं सुनी। इसके अलावा मौके पर लापरवाह अधिकारियों को फटकार लगाई। कैबिनेट मंत्री सतीश महाना ने पीड़ितों को समझाया कि सरकार आपके साथ है और आप किसी के बहकावे में न आएं और तोड़फोड़ के बजाए शासन-प्रशासन का सहयोग करें। मंत्री महाना ने बताया कि सपा और बसपा के दिए जख्मों को योगी सरकार भर रही है।