2019 के लोकसभा चुनावों को लेकर समाजवादी पार्टी एक्शन मोड में आ गयी है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी पदाधिकारियों के साथ मिलकर चुनावी रणनीति बनाना शुरू कर दिया है। इसके अलावा सपा के संगठन को मजबूत करने के लिए अखिलेश यादव ने पार्टी के तमाम नेताओं से मिलना शुरू कर दिया है। इस बीच सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लखनऊ में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है जिसमें बसपा से गठबंधन में सीटों के बंटवारे के साथ ही कई अन्य मुद्दों पर चर्चा की।
अखिलेश ने बुलाई बैठक :
समाजवादी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक 28 जुलाई को लखनऊ में होने जा रही है। सूत्रों के अनुसार, बसपा से सीटों के तालमेल पर इस बैठक में मंथन किया जाएगा। इसके अलावा किन सीटों पर पार्टी को चुनाव को लड़ना चाहिए, बैठक में इस पर रिपोर्ट पेश होगी। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पहले ही कन्नौज से और मुलायम सिंह यादव के मैनपुरी से चुनाव लड़ने का एलान कर चुके हैं। इन दोनों जगहों के नेताओं को लखनऊ बुला कर वे मीटिंग भी कर चुके हैं। समाजवादी पार्टी अगला लोकसभा चुनाव बीएसपी के साथ मिल कर लड़ेगी, ये लगभग तय है। हालाँकि इसमें कांग्रेस शामिल होगी या नहीं इस पर संशय बना हुआ है। सपा और बसपा अगर मिलकर चुनाव लड़ती हैं तो ये निश्चित तौर पर बीजेपी की मुश्किलें बढ़ा सकता है।
मुलायम को मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी :
यूपी में लोकसभा की 80 सीटें हैं और 2014 के चुनाव में दूसरे नंबर पर रही पार्टी को उस सीट से टिकट देने का फ़ार्मूला चल रहा है। पिछले लोकसभा चुनाव में एसपी 31 और बीएसपी 34 सीटों पर दूसरे नंबर पर थीं। सीटों के बंटवारे के साथ ही ख़बरें हैं कि इस कार्यकारिणी बैठक में सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव को बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है। पिछले साल आगरा में हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में मुलायम-शिवपाल नहीं पहुंचे थे लेकिन दोनों ने अखिलेश यादव को अध्यक्ष बनने पर बधाई दी थी।