2019 के लोकसभा चुनावों के पहले विपक्ष और भाजपा की परीक्षा कैराना पर होने वाले उपचुनाव में होगी। इस सीट को जीत कर जहाँ विपक्ष देश में भाजपा को रोकने का संदेश देना चाहता है तो वहीँ भाजपा अपनी इस सीट को बचाकर गोरखपुर और फूलपुर में मिली हार पर महरम लगाने का काम करेगी। इस बीच कैराना में सपा-रालोद के प्रत्याशी के प्रचार लिए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी के बड़े सांसद को भेजा है जिससे सभी लोग हैरान हैं।
सपा नेताओं ने की प्रेस वार्ता :
शामली जिले की कैराना लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में विपक्षी गठबंधन गोरखपुर और फूलपुर जैसे समीकरण बनाना चाहता है। इस उपचुनाव में सपा की तरफ से बीते 2 उपचुनावों में भाजपा का किला ध्वस्त कर जीत हासिल करने वाले गोरखपुर और फूलपुर के सांसद को स्टार प्रचारकों की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है। समाजवादी पार्टी नेताओं ने कैराना में पार्टी कार्यालय पर प्रेसवार्ता की। इस दौरान सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल और राष्ट्रीय महासचिव बलराम यादव, सपा नेता प्रोफेसर सुधीर पंवार, एमएलसी राजपाल कश्यप आदि मौजूद रहे थे। इसके अलावा प्रेस वार्ता में गोरखपुर से सांसद प्रवीण निषाद और फूलपुर से सांसद नागेंद्र प्रताप सिंह पटेल को आगे रखा गया। दोनों ही सांसदों ने कैराना उपचुनाव को लेकर भाजपा पर जमकर निशाना साधा।
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भाजपा पर बोला हमला :
सपा सांसदों ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जैसे गोरखपुर और फूलपुर सीट के उपचुनाव में भाजपा को हराया गया, उसी तरह कैराना लोकसभा के उपचुनाव में गठबंधन मजबूती से उन्हें हराएगा। सांसद नागेंद्र प्रताप सिंह पटेल ने कहा कि भाजपा ने अच्छे दिन आने का नारा दिया था लेकिन अब अच्छे दिन बदमाशों के आ गए हैं। इससे साफ़ पता चलता है कि कैराना उपचुनाव में गठबंधन की तरफ से गोरखपुर और फूलपुर जैसे समीकरण बनाने का प्रयास किया जा रहा है। कैराना पर कश्यप बिरादरी की करीब पौने 2 लाख मतदाताओं की संख्या को देखते हुए कश्यप बिरादरी के नेताओं को लगाकर प्रयास किया जा रहा है।