कैराना लोकसभा और नूरपुर विधानसभा पर होने वाले उपचुनावों के लिए समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल के गठबंधन ने तैयारियाँ शुरू कर दी है। इन उपचुनावों में गठबंधन अपने साथ बसपा के समर्थन का दावा कर रहा है जिससे कई नये सियासी समीकरण बनते हुए दिखाई दे रहे हैं। सपा और रालोद ने अपने गठबंधन के तहत प्रचार करने वाले स्टार नेताओं के सूची जारी कर दी है। इस सूची में एक बार फिर से शिवपाल यादव को नजरअंदाज करने के साथ ही कई बड़े चेहरों को जगह नहीं दी गयी है जिससे नयी चर्चाएँ शुरू हो गयी हैं।
सपा-रालोद ने जारी की लिस्ट :
कैराना लोकसभा उपचुनाव में संयुक्त विपक्ष की समर्थित राष्ट्रीय लोकदल प्रत्याशी तबस्सुम हसन के पक्ष में रालोद, सपा, पीस पार्टी समेत कई दलों के नेता प्रचार करेंगे। इस संबंध में रालोद ने भारत निर्वाचन आयोग को अजित सिंह, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, किरनमय नंदा, आजम खां और रालोद उपाध्यक्ष जयंत चौधरी समेत 40 स्टार प्रचारकों की सूची सौंपी हैं। इसमें पीस पार्टी अध्यक्ष डॉ. अय्यूब, रालोद से महासचिव डॉ. मेराजुद्दीन अहमद, प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मसूद अहमद, चारु चौधरी भी हैं। सपा से प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, सांसद सुरेन्द्र नागर, राजेन्द्र चौधरी, गोरखपुर सांसद प्रवीण निषाद, विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन को जगह दी गई है।
मुलायम-शिवपाल नहीं करेंगे प्रचार :
गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनावों की तरह एक बार फिर से सपा में दरार साफ़ तौर पर देखने को मिल रही है। कैराना उपचुनाव में भी सपा संरक्षल मुलायम सिंह यादव और कद्दावर नेता शिवपाल सिंह यादव को जगह नहीं दी गयी है। वहीँ इस लिस्ट से इस बार सपा के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव का नाम भी गायब है जो अपने आप में काफी हैरान कर देने वाला है। एक और ख़ास बात है कि इन उपचुनावों में प्रचार करने अखिलेश यादव कैराना नहीं जायेंगे बल्कि लखनऊ से ही गठबंधन के प्रत्याशी के लिए प्रचार करेंगे।