‘मैं एक पुलिस वाला हूँ…तुम मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकते… मुझे जो सही लगता है मैं करता हूँ… वो चाहे भगवान् के खिलाफ हो… समय के खिलाफ हो, पुलिस, कानून या फिर पूरे सिस्टम के खिलाफ क्यों ना हो’ ऐसे डायलॉग आप ज्यादातर फिल्मों में सुनते होंगे। लेकिन राजधानी लखनऊ स्थित पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) कार्यालय में तैनात एएसपी राजेश सिंह ने ‘4 पीएम’ सांध्य दैनिक अखबार के संपादक संजय शर्मा को फोन करके इसलिए धमकी दी कि संपादक ने नशे में धुत एएसपी द्वारा बीती रात गोमतीनगर स्थित एक होटल में सीसीटीवी फुटेज दिखाने को लेकर तोड़फोड़ और हंगामे की अखबारों में छपी खबर एडीजी कानून एवं व्यवस्था के वाट्सएप्प मीडिया ग्रुप में डाल दी थी। संपादक का कहना है कि इसके बाद एएसपी ने उन्हें कॉल करके धमकी दी है। संपादक को धमकी देने के बाद पत्रकारों में रोष है।
‘4 पीएम’ सांध्य दैनिक अखबार के संपादक संजय शर्मा ने बताया कि उन्होंने एक दैनिक अखबार में छपी खबर को उन्होंने एडीजी कानून एवं व्यवस्था के वाट्सएप्प मीडिया ग्रुप में डाल दी। खबर एएसपी राजेश सिंह द्वारा रेस्त्रां में तोड़फोड़ और हंगामा करने को लेकर थी। आरोप है कि खबर डालने के बाद संपादक के निजी नंबर पर एससपी ने पुलिस विभाग के सीयूजी नंबर 9454401672 से धमकी दी। आरोप है कि एएसपी ने सम्मानित संपादक को फोन पर गालियां दीं। एससपी ने फोन पर कहा कि ‘एक बार मिल जाओ तो तुम्हारा वो हाल करूँगा कि औलादे भी याद रखेगी… मैं निकल गया तुम्हारे घर आ रहा हूँ।’ इस पर संपादक ने काखा कि मैं घर पर नही हूँ। इस पर एएसपी ने गाली दी और कहा कि ‘कभी तो घर पर आएगा’… इस पर जब संपादक ने अपना परिचय दिया तो एएसपी ने कहा कि ‘आज के बाद पत्रकारिता नहीं कर पायेगा’। संपादक ने बताया कि अब तक एएसपी करीब 15 से अधिक बार फोन कर चुके हैं। उन्होंने इसकी सूचना एडीजी एलो को व्हाट्सएप्प के जरिये दे दी है।
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गौरतलब है कि भाजपा के क्षेत्रीय महामंत्री त्रयम्बक तिवारी के छोटे भाई मयंक तिवारी का ग्वारी क्रॉसिंग के पास मेलोज नाम से रेस्टोरेंट है। मयंक का आरोप है कि गुरुवार रात करीब 8:00 बजे एएसपी राजेश सिंह रेस्टोरेंट आए और काउंटर पर मौजूद कर्मचारी राहुल को थप्पड़ जड़ते हुए सीसीटीवी फुटेज दिखाने को कहा। हंगामा देख कर्मचारियों ने बीच-बचाव किया। इस पर एएसपी ने गोमतीनगर पुलिस को फोन कर बुला लिया। आरोप है कि पुलिस ने एएसपी का साथ देते हुए तोड़फोड़ की और शटर बंद करवा दिया। घटना के कुछ देर बाद इंस्पेक्टर गोमतीनगर त्रिलोकी सिंह पहुंचे। आरोप है कि गोमतीनगर सीओ और इंस्पेक्टर रेस्टोरेंट मालिक पर समझौता करने का दबाव बनाने लगे। सूचना पर भाजपा नेता के सैकड़ों समर्थक पहुंच गए। लोगों की भीड़ बढ़ती देख एएसपी व पुलिसकर्मी भाग निकले।
[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]विवेक हत्याकांड की एएसपी ने दिलाई याद [/penci_blockquote]
मयंक के मुताबिक, वह परिवारिजनों के साथ घूमने जा रहे थे। तभी एएसपी राजेश सिंह अपनी गाड़ी में टक्कर मारने वाले शख्स की तलाश में रेस्टोरेंट में लगे सीसीटीवी कैमरे चेक करने आए थे। नशे में धुत होकर एएसपी ने अभद्रता की। यम्बक तिवारी ने एसएसपी कलानिधि नैथानी के सीयूजी नम्बर पर फोन कर घटना की जानकारी दी। उन्होंने एसएसपी से कहा कि आपकी पुलिस विवेक तिवारी को गोली मार सकती है तो आशंका है यहां भी गोली मारकर हमारी हत्या कर सकती है।
[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]इन पुलिसकर्मियों पर मारपीट का आरोप[/penci_blockquote]
त्रयम्बक तिवारी का आरोप है कि गोमतीनगर थाने में तैनात एसआई अमरनाथ सिंह यादव और एसआई राजवीर सिंह ने रेस्टोरेंट कर्मचारियों को पीटा और जेल में डालने की धमकी भी दी। आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने रेस्टोरेंट में ग्राहकों से भी अभद्रता की। चाय पी रहे केजीएमयू के डॉ़ शिवम को रेस्टोरेंट का कर्मचारी समझकर पुलिस ने जीप में बैठा लिया। पता चला है कि पुलिस अफसर अपनी नीली बत्ती लगी से गोमती नगर विस्तार स्थित आवास जा रहे थे। जनेश्वर मिश्र पार्क के पास रेस्टोरेंट से 50 मीटर आगे उनकी खड़ी थी तभी अचानक कहीं के पिछले हिस्से में पत्थर लग गया। जिससे उनका शीशा टूट गया था। इससे नाराज होकर वापस देखने गए रेस्टोरेंट में कर्मचारियों का आरोप है कि मारपीट शुरू की थी।
[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]क्या कहते हैं जिम्मेदार अधिकारी[/penci_blockquote]
इस सम्बन्ध में एडीजी कानून-व्यवस्था आनंद कुमार पुलिस का कहना है कि कार का शीशा टूटने को लेकर कुछ विवाद हुआ था दोनों पक्षों में समझौता हो गया है। एसएसपी कलानिधि नैथानी का कहना है कि मामला मेरी जानकारी में है। जांच की जाएगी, अगर एएसपी इस मामले में दोषी पाए गए तो उन पर कार्रवाई की जाएगी। वहीं, गोमतीनगर इंस्पेक्टर त्रिलोकी सिंह का कहना है कि तहरीर नहीं मिली है। शिकायत मिलने पर जांच की जाएगी।
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