सीएम योगी के प्रमुख सचिव पर लगे रिश्वत मांगने के आरोपों पर आम आदमी पार्टी के यूपी प्रभारी एवं राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने योगी सरकार की कार्यप्रणाली पर तंज कसते हुए कहा कि लगता है कि योगी ने यूपी में नया कानून बना दिया है, अधिकारी की शिकायत करने पर शिकायतकर्ता को जेल भेजा जायेगा।
उन्होंने कहा भाजपा सरकार के सबसे बड़े अधिकारी पर भ्रस्टाचार का बेहद गंभीर आरोप लगा है। सरकार को अधिकारी और शिकायतकर्ता दोनों की निष्पक्ष होकर पहले जांच करानी चाहिए इसके बाद किसी के खिलाफ कार्यवाही करनी चाहिए। बिना कोई जांच किये पुलिस भेजकर शिकायतकर्ता को जबरन घर से उठवा लेना संवैधानिक नियमों के खिलाफ है और योगी की इस क्रूर कार्यवाही से प्रदेश की जनता भ्रस्टाचार अधिकारीयों के खिलाफ शिकायत करने से डरेगी।
उन्होंने कहा कि यूपी की सरकार को चलाने में सीएम योगी असहाय और अनुभवहीन साबित हुए हैं। प्रदेश की जनता भाजपा सरकार की सरपरस्ती में भ्रष्ट अफसरशाही के शिकंजे में फंसी है। अफसरशाही में भारी पैमाने पर भ्रष्टाचार है, इस तरह के आरोप भाजपा के विधायक भी लगा चुके हैं।
प्रदेश प्रवक्ता महेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी ने भ्रस्टाचार को लेकर जीरो टालरेंस की बात कही थी लेकिन भाजपा सरकार ने अपने तमाम जुमलों की तरह भ्रस्टाचार के मुद्दे को भी कचरे के डिब्बे में डाल दिया है। भाजपा सरकार में भ्रस्टाचार का बढ़ा है, रिश्वत की दरें कई गुना ज्यादा हो गई है, जनता सरकारी कार्यालयों में चक्कर काटती रहती है,बिना घूंस दिए दिए काम नहीं हो पा रहे हैं।