संत शिरोमणि रविदास जयंती पर आरक्षण समर्थकों ने उन्हें याद कर केन्द्र की मोदी सरकार पर हमला बोला। आरक्षण समर्थकों ने कहा कि पदोन्नति बिल पास कराकर दलित कार्मिकों को उनका अधिकार दे। संघर्ष समिति के नेताओं ने कल से शुरू होने वाले बजट सत्र के मद्देनजर सैकड़ों दलित सांसदों से लगायी गुहार, एकजुट होकर पदोन्नति बिल पास करायें।
आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति, उप्र संयोजक मण्डल द्वारा आज संत शिरोमणि रविदास की 641वीं जयन्ती मनाई। समर्थकों ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित किये। सभी ने उनके बताये हुए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया। इस अवसर पर आरक्षण समर्थकों ने केन्द्र की मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि संत शिरोमणि रविदास के वचन “मन चंगा तो कठौती में गंगा” से सबक लें और पदोन्नति बिल पास कराएं।
उन्होंने कहा कि पिछले 4 वर्षों से केन्द्र की भाजपा सरकार द्वारा पदोन्नति में आरक्षण संवैधानिक संशोधन 117वां बिल पारित न कराकर पूरे देश के करोड़ों दलित कार्मिकों का अपमान कराया जा रहा है। नेता ने एक सुर में कल से शुरू होने वाले संसद के बजट सत्र में पदोन्नति में आरक्षण बिल को पास कराने की हुंकार भरी।
आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति, उप्र के संयोजकों अवधेश कुमार वर्मा, डॉ. राम शब्द जैसवारा, आरपी केन, अजय कुमार, श्याम लाल, अन्जनी कुमार, महेन्द्र सिंह, आदर्श कौशल, पीपी सिंह, रंजीत कुमार, अशोक सोनकर, प्रेमचन्द्र, चमन लाल भारती, राम औतार, अजय कुमार, राम नरायन, चन्द्र शेखर, सुनील कुमार ने कहा कि जिस प्रकार से केन्द्र की मोदी सरकार बाबा साहब के नाम पर पूरे दलित समाज को गुमराह कर रही है।
उससे यह सिद्ध हो गया है कि भाजपा वोट की राजनीति के लिये बाबा साहब सहित बहुजन समाज के महापुरूषों का नाम ले रही है और जब संवैधानिक अधिकार देने का सवाल उठता है तो केन्द्र सरकार के सभी शीर्ष नेता चुप्पी साध लेते हैं। संघर्ष समिति के नेताओं ने बजट सत्र के मद्देनजर पूरे देश के सैकड़ों दलित सांसदों से एक बार पुनः सम्पर्क साध कर उनसे अनुरोध किया है कि वह सभी एकजुट होकर पदोन्नति बिल पास कराकर दलित कार्मिकों को उनका संवैधानिक अधिकार दिलायें।