उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में नोटबंदी का काफी असर देखने को मिला है, यूपी विधानसभा चुनाव से पहले हुई नोटबंदी को लेकर सभी विरोधी दलों ने केंद्र सरकार को काफी घेरा था। इसके साथ ही भारत निर्वाचन आयोग ने बहुजन समाज पार्टी से उनके खातों की जानकारी मांगी थी, जिसके बाद बसपा राष्ट्रीय महासचिव सतीश चन्द्र मिश्र ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर उनके इस कदम को पक्षपातपूर्ण बताया है।
सभी दलों से चुनाव आयोग मांगे ब्यौरा:
- नोटबंदी के बाद चुनाव आयोग द्वारा बहुजन समाज पार्टी के खातों की जानकारी मांगी गयी थी।
- जिसके जवाब में बसपा राष्ट्रीय महासचिव सतीश चन्द्र मिश्र ने आयोग के इस कदम को पक्षपातपूर्ण बताया है।
- जिसमें उन्होंने कहा कि, आयोग के कथनानुसार पार्टी ने अपने खातों में नोटबंदी से पहले और बाद में जमा पैसों की जानकारी दे दी है।
- पत्र में आगे लिखा गया है कि, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सभी दलों ने नोटबंदी के दौरान बैंक खातों में पैसा जमा किया है।
- साथ ही उन्होंने लिखा है कि, बसपा ने सही तरीके से पैसे जमा किये हैं।
- सतीश चन्द्र मिश्र ने लिखा है कि, बसपा के अलावा सभी दलों ने बड़ी-बड़ी धनराशियाँ खातों में जमा की हैं।
ADR रिपोर्ट्स के दिया हवाला:
- बसपा राष्ट्रीय महासचिव सतीश चन्द्र मिश्र ने चुनाव आयोग को पत्र लिखा है।
- जिसमें उन्होंने लिखा है कि, ADR की रिपोर्ट के मुताबिक, अज्ञात सूत्रों में भाजपा के पास 2,125.91 करोड़,
- कांग्रेस के पास 3323.39 करोड़, समाजवादी पार्टी के पास 766. 27 करोड़ रुपये हैं।
आयोग का रवैया पक्षपातपूर्ण:
- सतीश चन्द्र मिश्र ने अपने पत्र में आयोग के इस रवैये को पक्षपातपूर्ण बताया है।
- उन्होंने कहा कि, पारदर्शिता और जवाबदेही के लिए सभी दल जिम्मेदार हैं।
- इसी में उन्होंने आगे जोड़ा है कि, चुनाव आयोग को सभी दलों से इसकी जानकार लेनी चाहिये।
- उन्होंने लिखा है कि, आयोग को सभी दलों से उनके खातों में नोटबंदी से पहले और बाद में जमा धनराशि की जानकारी लेनी चाहिए।
- गौरतलब है कि, चुनाव आयोग ने नोटबंदी से लेकर पिछले एक साल तक की जानकारी बसपा से मांगी थी।
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