खादी ग्रामोधोग मंत्री सत्यदेव पचौरी ने बुधवार 19 अप्रैल को खादी -ग्रामोद्योग बोर्ड के कार्यालय का औचक निरीक्षण किया था. निरीक्षण के दौरान उन्होंने संविदा पर काम कर रहे दिव्यांग कर्मचारी दिनेश को लूला-लंगड़ा तक कह दिया था. जिसके बाद इस बात को लेकर काफी विवाद शुरू हो गया था. इस मामले पर खादी ग्रामोधोग मंत्री सत्यदेव पचौरी ने आज खेद जताया है.
ये था पूरा मामला-
- उत्तर प्रदेश के खादी ग्रामोधोग मंत्री सत्यदेव पचौरी बुधवार 19 अप्रैल को सुबह 9:40 पर अचानक ही ग्रामोद्योग कार्यालय पहुंचे थे.
- जहाँ पहुँचते ही उन्होंने गेट में ताला लगवाया इसके बाद दफ्तर का निरीक्षण किया.
- निरीक्षण के दौरान दफ्तर में कई कर्मचारी और अधिकारी गैर हाजिर मिले.
- जबकि वित्त नियंत्रक रागिनी सिंह भी ताला देख बाहर से गाड़ी लेकर निकली.
- जिस पर खाड़ी मंत्री ने कार्यवाही किये जाने की बात कही थी.
- खाड़ी मंत्री सत्यदेव पचौरी ने अधिकारियों को फटकारते हुए ये भी कहा था की अब लेटलतीफी का ढर्रा नहीं चलेगा.
- इस दौरान सत्यदेव पचौरी ने कार्यालय में सफाई का भी जायज़ा लिए.
- कार्यालय पर मिली गन्दगी को देख भड़के मंत्री सत्यदेव पचौरी सभी को चेतावनी भी दी.
- लेकिन इस दौरान मंत्री जी अपनी मर्यादा भी भूले गए.
- वो संविदा पर काम रहे एक दिव्यांग सफाई कर्मी को लूला लंगड़ा तक कह गए.
- उन्होंने कहा ये लूले-लंगड़े को संविदा पर रखा गया है.