सदी के सबसे लंबे पूर्ण चंद्रग्रहण के बाद से ही रिमझिम फुहारों के बीच सावन का आगाज हो चुका है। 30 जुलाई 2018 को सावन का पहला सोमवार पड़ रहा है। सावन के पहले सोमवार की तैयारियां राजधानी लखनऊ सहित प्रदेश के सभी छोटे बड़े शिवालयों में शुरू हो गई हैं। शहर के शिवालयों और मुख्य मंदिरों में महादेव का भव्य शृंगार और मंदिरों की साफ सफाई के साथ सजावट का कार्य शुरू हो गया है। वहीं, जलाभिषेक और दर्शन के दौरान मंदिरों में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये गए हैं। शहर के मंदिरों में कहीं महादेव की भस्म आरती होगी तो कहीं आरती का फेसबुक लाइव होगा। कहीं कमल के फूलों से बम भोले का पूजन शृंगार होगा, तो कहीं गंगा जल से जलाभिषेक किया जायेगा। पहले सोमवार के चलते शिव मंदिरों में भक्तों की काफी भीड़ होती है। इन मंदिरों में खासकर सबसे ज्यादा डालीगंज स्थित मनकामेश्वर मंदिर में भक्तों की भीड़ होती है। इस मंदिर में सावन के पहले सोमवार की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। यहां रविवार की आधी रात से भगवन भोले के दर्शन के लिए भक्तों की कतारें लग जाएँगी और शहर के मंदिर और शिवालयों में हर हर महादेव के जयकारों से गूंजेंगे।
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सावन आैर शनिवार का संयोग अत्यंत अशुभकारी
इस बार 28 जुलार्इ यानि शनिवार से शिव जी के प्रिय महीने यानि सावन की शुरुआत हो रही है। सावन आैर शनिवार का ये संयोग अत्यंत अशुभकारी माना जा रहा है क्योंकि शिव, शनिदेव के भी आराध्य है आैर उन्हें शिवांश भी कहा जाता है। इस बात को बेहद खास इसलिए भी माना जा रहा है क्योंकि यह दुर्लभ संयोग कई वर्षों बाद देखने को मिल रहा है।इस दिन से विधि पूर्वक पूजा करके जिन लोगों पर शनि की साढ़े साती का प्रकोप है वे रुद्राभिषेक करके कष्टों आैर इसके कठोर प्रभावों से राहत पा सकते हैं। ज्योतिष के अनुसार जहां शनि दंड आैर न्याय के देवता हैं तो वहीं, उनके आराध्य शंकर जी कल्याणकारी आैर सहज प्रसन्न होने वाले भोलेनाथ कहे जाते हैं। एेसे में सावन माह की शुरूआत में ही शिव की कृपा दृष्टि प्राप्त करने के इस अवसर का लाभ उठा कर शनि के प्रकोप से छुटकारा पाया जा सकता है।
फेसबुक पर साझा होगी भोले शंकर की आरती
मनकामेश्वर मंदिर में पहले सोमवार के लिए पूजन अनुष्ठान, मंदिर की साफ सफाई का इंतजाम शुरू हो चुका है। मंदिर में दर्शन के समय भीड़ के मद्देनजर क्लोज सर्किट कैमरे लगाए जायेंगे। महिलाओं और पुरुषों की अलग-अलग लाइन के लिए बैरीकेडिंग लगाई जाएगी। महंत देव्यागिरि ने बताया कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मेरे अकाउंट पर शाम की लाइव आरती फेसबुक पर साझा की जाएगी। उन्होंने बताया कि सुबह से सेवादारों आदि गंगा गोमती का जल वितरित करेंगे। कांवड़ यात्री मनकामेश्वर मंदिर में शिव का जलाभिषेक करेंगे।
महाकाल मंदिर में होगी भस्म आरती
वहीं राजेंद्रनगर के महाकाल मंदिर में भस्म आरती के साथ शहर के अमन और शांति के लिए प्रार्थना की जाएगी। पूजन संयोजक अतुल मिश्र ने बताया कि आरती उज्जैन के महाकाल की तर्ज पर होगी। ठाकुरगंज के मां पूर्वी देवी एवं महाकालेश्वर मंदिर बाघंबरी सिद्धपीठ में दुग्ध की धारा से महादेव का अभिषेक होगा। रानी कटरा के प्राचीन छोटे और बड़े शिवालयों में भव्य शृंगार-अभिषेक होगा। गोमतीनगर स्थित द्वादश ज्योर्तिलिंग मंदिर, स्वप्नेश्वर महादेव मंदिर, चौक के कोतलेश्वर महादेव मंदिर सहित शहर के मंदिरों में विशेष पूजन किये जायेंगे। सदर के द्वादश ज्योतिर्लिंग मंदिर में 251 कमल के फूलों से पूजन किया जायेगा। पूजन संयोजक राजेश अग्रवाल ने बताया कि 21 लीटर दूध और 251 कमल के फूलों से महादेव का भव्य रुद्राभिषेक होगा। चौक के कोनेश्वर मंदिर में पुष्प वर्षा के साथ महादेव का भव्य अभिषेक किया जायेगा।
#lakhimpur : आज से शुरू #sawan का पवित्र महीना, शिवमंदिरों में पूजा अर्चना के लिए उमड़ी श्रद्धालुओं की भारी भीड़. pic.twitter.com/X2nrLsPWK8
— UttarPradesh.ORG News (@WeUttarPradesh) July 28, 2018