योगी सरकार की बच्चों को स्वेटर बांटने की योजना को शिक्षा विभाग के अफसरों ने पलीता लगा दिया है। फर्रूखाबाद में स्वेटर वितरण में लाखों का घोटाला उजागर हुआ है। ठेके पर मंगाकर बंटवाए गए स्वेटर में अफसरों ने अपनी तो जेब गरम रखने का पूरा ख्याल रखा लेकिन स्वेटर की गुणवता को ताख पर रख दिया। उन्होंने बच्चों के स्वेटर उनकी ठण्ड दूर करेगी की नहीं इससे उनका कोई वास्ता नहीं है। जो स्वेटर बांटे गये वह अभी फटने लगे हैं।
परिषदीय स्कूलों के नौनिहालों को सर्दी से निजात दिलाने को प्रदेश सरकार ने स्वेटर बांटने का आदेश दिए थे। यह स्वेटर प्रधानाध्यापक और विद्यालय प्रबंधन समिति की देखरेख में खरीदकर बांटे जाने थे। विभागीय अधिकारियों ने विद्यालय प्रबंध समिति को नजरअंदाज कर दिया और कुछ सत्ताधारी नेताओं से सांठगांठ करके अपनी मर्जी से स्वेटर मंगवा लिए। जिसे शिक्षकों के माध्यम से जबरन बच्चों को बटवाये जा रहे है।
लाखों रुपए का गोलमाल कर परिषदीय विद्यालय के नौनिहालों को जो स्वेटर वितरण किए गए वह किसी भी तरह से वैधानिक नहीं है। स्वेटर वितरण से खफा सांसद ने विभाग के खिलाफ जांच के लिए मुख्यमंत्री व जिलाधिकारी को पत्र लिखकर कार्रवाई के लिए कहा है।
जनपद में परिषदीय विद्यालयों के बच्चों को स्वेटर वितरण की बात पर सांसद ने कहा कि बीएसए द्वारा अपने किसी खासम-खास व्यक्ति से लगाकर जनपद में घटिया किस्म के स्वेटर वितरित कराए गये। जूनियर में तो वितरण ही नही हुआ। जिसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, बेसिक शिक्षा मंत्री, जिलाधिकारी को पत्र लिखकर मामले की जांच कराने के लिए कहा गया है। सबसे बड़ी बात तो यह है अभी तक ना ही प्रधानाध्यापक के खाते में पैसा गया है और ना ही बीएसए के खाते से पैसा भेजा गया है स्वेटर की खरीद कैसे हुई ?
घोटाले में दोषी के खिलाफ होगी कार्रवायी
सांसद मुकेश राजपूत स्वेटर वितरण को लेकर काफी खफा है। उन्होंने कहा कि जो इस स्वेटर वितरण की घोटाले में दोषी है उसको किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा। गलत करने वाले पर कार्रवाई होगी। शिक्षक किसी के दबाव में आकर गलत तरीके से स्वेटर वितरण ना करें।
स्वेटर बाटने के लिए किसी को नहीं दिया गया ठेका
वहीं बीएसए अनिल कुमार कहना है सर्दी के मौसम में स्वेटर बांटने थे इसलिए कोई दबाव नहीं बनाया गया और न ही किसी से जबरदस्ती की गयी है। किसी के माध्यम से स्वेटर बांटने को नहीं भेजा गया है नहीं किसी को ठेका दिया गया है।