महिला सुरक्षा का वादा करके सत्ता में आई भाजपा सरकार में बेटियां और महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। आये दिन हो रहे बेटियों और महिलाओं के साथ बलात्कार और उन्हें जिंदा जलाने के मामले बढ़ते जा रहे हैं। इन घटनाओं से बेटियां घरों से बाहर निकलने तक में घबरा रही हैं। उत्तर प्रदेश में महिला सुरक्षा के लिए भले ही तमाम योजनाएं चल रही हों लेकिन इनका असर जमीनी स्तर पर होता नहीं दिख रहा है। महिलाओं की सुरक्षा के लिए ‘वीमेन पॉवर लाइन 1090’, महिला हेल्पलाइन 181, एंटी रोमियो स्क्वॉड के अलावा यूपी पुलिस भी महिला अपराध रोकने में नाकाम साबित हो रही है।
पुलिस पर घनघोर लापरवाही का आरोप
ताजा मामला यूपी के बलिया जिला का है यहां एक किशोरी ने छेड़छाड़ से तंग आकर खुद को आग लगाकर जिंदा जला डाला। ये सनसनीखेज घटना भीमपुरा थाना क्षेत्र के हनुमान चट्टी कसेसर गांव में हुई। यहां गांव में मंगरु अपने परिवार के साथ रहता है। उसकी 15 वर्षीय बेटी सोनम उर्फ गोल्डी कक्षा 8 की छात्रा थी। पिछले महीने उसके साथ गांव के ही लड़कों ने छेड़छाड़ की थी लेकिन शिकायत के बाद भी पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। इससे शोहदों के हौसले बुलंद हो गए और वह छात्रा से आये दिन छेड़छाड़ कर रहे थे। इससे छात्रा मानसिक रूप से मानसिक रूप से परेशान हो गई थी।
चंदन को छोड़कर बाकी सब को मिले सजा
बताया जा रहा है कि युवती बुधवार शाम करीब 4:00 बजे घर में अकेले थी इस दौरान उसने अपने ऊपर तेल डालकर आग लगा ली। आग की लिपटों में घिरी लड़की अपनी जान बचाने के लिए दौड़ी। घरवालों ने उसे फौरन गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया यहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है। सुसाइडनोट में छात्रा ने लिखा है कि चंदन को छोड़कर बाकी सभी को सजा मिलनी चाहिए। परिजनों ने पुलिस पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है। एएसपी विजय पाल सिंह ने जल्द ही अपराधियों को पकड़ने के निर्देश दिए हैं।
इससे पहले कई लड़कियों की जलाने की हो चुकी घटनाएं
➡10 मार्च 2018 को उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के भीमपुरा थाना क्षेत्र के जजौली गांव में ब्याज की रकम चुकता न कर पाने पर साहूकार ने एक दलित महिला रेशमा देवी (45) को किरोसिन तेल डाल कर जिंदा जलाने की कोशिश की थी। पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
➡4 मार्च 2018 को अलीगढ़ जिला के अतरौली कोतवाली क्षेत्र के मलहपुर गांव में दलित किशोरी से दुष्कर्म के बाद उसे जिंदा जलाने की कोशिश की गई थी। किशोरी की चीख सुनकर तमाम ग्रामीण दौड़ पड़े, जिन्हें देख आरोपी किशोर भाग गया। ग्रामीणों ने आग की लपटो में घिरी किशोरी को बचाया। तब तक वह करीब 90 प्रतिशत जल गई थी।
➡22 फरवरी 2018 को उन्नाव जिला में दलित युवती मोनी को सरे बाजार जिंदा फूंक दिया गया था। पुलिस ने मोनी को जिंदा जलाने के आरोप में कथित प्रेमी विकास गुप्ता को गिरफ्तार कर घटना का खुलासा कर उसे जेल भेज दिया था।
➡14 जनवरी 2018 को वाराणसी जिला में गैंगरेप के बाद एक दलित दलित किशोरी को जिंदा जलाया गया था। वहशी दरिंदों ने चौदह साल की किशोरी के साथ दुराचार भी किया था। सामूहिक दुष्कर्म में शामिल आरोपियों भरत यादव, सोनू यादव व प्रदीप यादव के अलावा घटना के समय मौजूद युवती को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
➡14 दिसंबर 2017 को मैनपुरी जिला के कुरावली मोहल्ला बेजनटोला में पंची जाटव, सचिन महाजन और आशीष गुप्ता ने किशोरी के परिजनों को जान से मार देने की धमकी देकर डराया था। इसके बाद जब लड़की डर गई तो तीनों ने इसका फायदा उठाते हुए उसके साथ जबरन बारी-बारी से गैंगरेप किया। दरिंदे किशोरी को धमकी देकर पिछले दो माह से गैंगरेप कर रहे थे। लगातार दरिंदगी का शिकार हो रही पीड़ित ने बर्दास्त से बाहर होने पर ये पूरी बात अपने घरवालों को बताई। परिजन बेटी को लेकर थाने पहुंचे इसकी भनक जब बदमाशों को हुई तो उन्होंने पीड़िता को मारने का प्लान बनाया। जब पीड़िता घर पर अकेली थी तो बदमाशों ने उसे बंधक बनाकर गैंगरेप किया। जब बदमाशों का दिल नहीं भरा तो किशोरी के ऊपर बदमाशों ने मिट्टी का तेल डालकर आग लगा दी और फरार हो गए थे।
➡4 जुलाई 2017 को पीलीभीत जिला के पूरनपुर कोतवाली क्षेत्र के घाटमपुर गांव में चार लोगों ने एक किशोरी के साथ गैंगरेप का प्रयास किया। गैंगरेप के प्रयास में सफल न हो पाने पर आरोपियों ने किशोरी को जिंदा जला दिया था। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर मामले में आगे की कार्रवाई की थी।
➡5 अक्टूबर 2016 को कौशांबी जिला के भरवारी कस्बे के निकट सिंघिया गांव में कुछ युवकों ने एक दलित किशोरी को खेत में खींच कर जिंदा जला डाला था। घटना के पीछे गैंगरेप के बाद हत्या करने का मामला सामने आया था।