लखनऊ। यूपी के रायबरेली स्थित ऊचांहार क्षेत्र में एनटीपीसी के पॉवर प्लांट में बॉयलर फटने से करीब 34 लोगों की मौत हो गई, जबकि 100 से ऊपर घायलों का अस्पतालों के ईलाज जारी है। इतने बड़े हादसे के बाद यूपी सरकार की नींद टूटी और उसने ठंडे बस्ते में पड़े एसडीआरएफ (राज्य आपदा रेस्पांस फोर्स) के गठन में तेजी दिखाते हुए एडीजी पीएसी राज कुमार विश्वकर्मा की अगुवाई में एक अहम बैठक बुलाई गई। (Boiler Blast NTPC Raebareli)
- एसडीआरएफ के मसौदे को जल्द अमलीजामा पहनाने के लिए कार्य योजना बनाने का निर्देश दिया है।
- वहीं माना जा रहा है इस पूरी कवायद के पीछे एनडीआरएफ (नेशनल आपदा रेस्पांस फोर्स) का वह सराहनीय कार्य है, जिसमें वक्त रहते एनटीपीसी के घायलों को एनडीआरएफ की टीम ने रेस्कयू कर अस्पतालों तक पहुंचाया और राख के गुबार से एक मजदूर के शव को खोज निकाला।
शासन से मिली अनुमति (Boiler Blast NTPC Raebareli)
- एडीजी पीएसी राज कुमार विश्वकर्मा का कहना है कि, आने वाले समय में पीएसी का स्थापना दिवस है।
- इसके चलते प्रदेश भर के पीएसी के अधिकारियों को लखनऊ बुलाया गया था।
- इस बैठक में पीएसी जोन के अधिकारियों से एसडीआरएफ के संबंध में चर्चा हुई।
- उन्होंने कहा कि, एसडीआरएफ के गठन के लिए शासन से अनुमति मिल गई है।
- एसडीआरएफ संबंधित जितनी भी दुश्वारियां है उसे इस बैठक में सभी जोन के पीएसी अधिकारियों को दूर करने के निर्देश दिए गये हैं।
- वहीं एसडीआरएफ के गठन की बात करे तो इसकी कवायद पीएसी मुख्यालय में दो महीने पहले ही शुरू कर दी गई थी, लेकिन शासन से कुछ कारणों के चलते इसे अमलीजामा पहनाने में समय लग रहा था।
- हालांकि राज्य सरकार ने एसडीआरएफ के लिए सरोजनीनगर क्षेत्र में जमीन मुहैया कराने के साथ-साथ इसमें आने वाले बजट की स्वृकित दे दी है।
- गौरतलब कि रायबरेली के एनटीपीसी प्लांट में बॉयलर फटने से सैकड़ों मजदूरों और अधिकारियों की जान शासत में फंस गई थी, जिसे देखते हुए राज्य बचाव टीम को एनडीआरएफ की टीम को मौके पर बुलाने का जरुरत समझ आई।
- इसके बाद ही सरकार ने एसडीआरएफ के गठन में तेजी लाने के निर्देश दिए।
- वहीं दूसरी ओर पीएसी की इस बैठक में कई कार्य योजना पर चर्चा हुई, जिसे डीजीपी सुलखान सिंह पीएसी के स्थानपा दिवस पर घोषित करेंगे।
क्या है पूरा घटनाक्रम?
- ऊंचाहार स्थित एनटीपीसी परियोजना में 500 मेगावाट का बिजली उत्पादन के लिए शुरू की गई है।
- अभी हाल ही में इस परियोजना ने हाइड्रो टेस्टिंग में पूरे एनटीपीसी में रिकार्ड स्थापित किया है।
- उससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि विद्युत इकाई निर्धारित समय में बिजली का उत्पादन शुरू कर देगी।
- लेकिन एक नवंबर 2017 बुधवार दोपहर करीब 3:00 से 3:30 बजे के बीच अचानक पॉवर प्लांट में जोरदार धमाका हो गया।
- छठी यूनिट में नटीपीसी का बॉयलर फटने से धमाका इतनी तीब्र गति से था कि मानो कोई तोप दागी गई हो।
- इस हादसे में अब तक 32 लोगों की मौत हो गई है जबकि सैकड़ों लोग अस्पताल में भर्ती हैं जो जिंदगी मौत से जूझ रहे हैं।
- इस घटना में अभी तक किसी के खिलाफ अभी तक कोई मुकदमा पंजीकृत नहीं किया गया है।
- वहीं बॉयलर फटने के बाद यहां इकठ्ठा करीब 300 टन रख अभी भी इकठ्ठा पड़ी है।
- इसे अधिकारी इस लिए नहीं हटा रहे हैं कि कहीं कोई ये आरोप न लगा दे।
- कहीं एनटीपीसी ने अपनी नाकामी छिपाने के लिए इसे हटा तो नहीं दिया। (Boiler Blast NTPC Raebareli)