उत्तर भारत में छाये सघन कोहरे के चलते एक तरफ जहां प्रदेश के विभिन्न रेलखंडों सहित राजधानी लखनऊ में ट्रेनों का पहिया थम सा गया है तो वहीं दूसरी तरफ रेल यात्री भी अजीबो-गरीब कशमकश में फंसते दिख रहे हैं। हालात यह है कि कोहरे की वजह से राजधानी लखनऊ से दिल्ली जाने वाली स्वर्ण शताब्दी सुपरफास्ट से लेकर कई प्रमुख एक्सप्रेस ट्रेनों में लगभग प्रत्येक श्रेणी की सीटें खाली चल रही हैं। ट्रेनों में सीट तो है कन्फर्म, पर संस्पेंस भी बरकरार चारबाग स्टेशन डायरेक्टर ने कहा, करंट काउंटर पर टिकट रिफंड की शीघ्र व्यवस्था है।
ऐसें में ट्रेनों में सीटें तो कन्फर्म हैं, मगर ट्रेनों के आवागमन, संचलन व लोकेशन को लेकर रेल यात्रियों के बीच संस्पेंस भी बरकरार है। नतीजतन, रेल यात्री चाहकर भी ऐसे ट्रेनों में घंटों लेटलतीफी वाला सफर करने से कतरा रहे हैं। वहीं उत्तर रेलवे चारबाग स्टेशन के डायरेक्टर सुदीप सिंह से इस बाबत बात की गयी तो उनका यही कहना रहा कि कोहरा काफी ज्यादा है, ऐसे में ट्रेन ड्राईवर भी पहले संरक्षा फिर सुरक्षा और आखिर में समयबद्धता को लेकर चलता है। उन्होंने बताया कि 12 फरवरी तक की जो ट्रेनें यहां से कैंसिल हैं, उनका चार्ट लगा दिया गया है और नियमित उदघोषणा भी करायी जा रही है। इसके अलावा करंट काउंटर पर टिकट रिफंड की शीघ्र व्यवस्था बनायी गयी है।
वहीं लखनऊ से दिल्ली संचलित होने वाली प्रमुख ट्रेनों में सीटों पर गौर करें तो 12003 स्वर्ण शताब्दी, 12391 श्रमजीवी सुपरफास्ट, 14257 काशी विश्वनाथ, गोरखधाम एक्सप्रेस 12555, 12553 वैशाली सुपरफास्ट, 12229 लखनऊ मेल, 12225 कैफियत एक्सप्रेस, 12429 लखनऊ नई दिल्ली एसी सुपरफास्ट, 22419 सुहैलदेव सुपरफास्ट, 12571 आनंद विहार हमसफर ट्रेन, 22407 वाराणसी आनंद विहार टर्मिनल गरीथरथ जैसी मेल, सुपरफास्ट व एक्स्प्रेस ट्रेनों में कोहरे के चलते या तो अधिकांश सीटें खाली दिखा रही हैं या फिर वेटिंग इतनी कम है कि उसके कन्फर्म होने की संभावना अधिक दिख रही है।
दिल्ली की स्कैनिया सहित दो वाल्वो कैंसिल
मौसमी पारा दिन-प्रतिदिन गिरने के साथ ही रोडवेज बसों में यात्रियों की संख्या अपेक्षाकृत कम होती जा रही है। ऐसे में रोडवेज प्रबंधन को यात्रियों की सं या ठीकठाक नहीं होने पर देर शाम विशेषकर एसी बसों को कैंसिल करना पड़ता है। रविवार को यात्रियों के अभाव में सवा नौ बजे दिल्ली जाने वाली स्कैनिया सहित सात बजे वाली इलाहाबाद वॉल्वो और साढ़े नौ बजे वाली मुरादाबाद वॉल्वो कैंसिल करना पड़ा। वहीं चारबाग बस स्टेशन के प्रभारी एआरएम विवेकानंद तिवारी का कहना है कि कोहरे के चलते रेलवे में हर दिन जितनी ट्रेनें कैंसिल की जा रही है या फिर वहां पर लेटलतीफी चल रही है, उसका कुछ फायदा तो रोडवेज को मिल ही जा रहा है।
हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि कुलमिलाकर ठंडक इतनी ज्यादा और कोहरा इतना सघन है कि अधिकांश यात्री सफर करने से परहेज कर रहे हैं। चारबाग डिपो एआरएम आरके त्रिपाठी के मुताबिक दिल्ली की अपेक्षा देहरादून व काठगोदाम जाने वाली एसी बसों का लोड फैक्टर बेहतर है। उन्होंने कहा कि यात्रा के नजरिये से देखें रोडवेज बसों का कम से कम इतना तो है ही कि दिनभर में 500-700 किमी तक का रास्ता तय ही कर लेती हैं, ऐसे में जरूरतमंद मुसाफिर इन दिनों रेलवे की अपेक्षा रोडवेज को तरजीह देता है।