अंतरराष्ट्रीय शूटर वर्तिका सिंह के खिलाफ, 36वें दिन अमेठी में दर्ज हुआ दूसरा केस
अमेठी
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी एवं उनके निजी सचिव की छवि खराब करना अंतरराष्ट्रीय शूटर वर्तिका सिंह को महंगा पड़ता जा रहा है। सोमवार को अमेठी के मुंशीगंज थाने में वर्तिका के विरूद्ध मुकदमा दर्ज हुआ है। इस बार वर्तिका के खिलाफ ये केस हाईकोर्ट के अधिवक्ता कालिका प्रसाद मिश्र ने कायम कराया है। इससे पूर्व 23 नवंबर को स्मृति ईरानी के निजी सचिव ने मुसाफिरखाना कोतवाली में वर्तिका व एक अन्य के विरूद्ध अभियोग पंजीकृत कराया था।
23 नवंबर को स्मृति के निजी सचिव ने दर्ज कराई थी Fir
सोमवार को मुंशीगंज थाने में कालिका प्रसाद मिश्र एडवोकेट ने पुलिस को तहरीर दी। अधिवक्ता की तहरीर पर पुलिस ने सूचना प्रौद्योगिकी (अधिनियम) 67 के तहत केस फाइल किया है। बता दें कि अधिवक्ता कालिका प्रसाद मुंशीगंज थाना क्षेत्र के दलशाहपुर गांव के मूल निवासी हैं। वहीं गत 23 अक्टूबर को स्मृति ईरानी के निजी सचिव विजय गुप्ता की तहरीर पर मुसाफिरखाना कोतवाली पुलिस ने वर्तिका सिंह व कमल किशोर कमांडो के नाम मुकदमा कायम कराया था। विजय गुप्ता का आरोप है कि, “वर्तिका ने कूट रचना कर पत्र लिखकर मेरे विरूद्ध निराधार व असत्य आरोप लगाकर मानसिक रूप से परेशान करने व सामाजिक छवि को क्षति पहुंचाने का प्रयास किया। जिसकी जांच अति आवश्यक है। उन्होंने कमल किशोर कमांडो नाम के व्यक्ति पर भी आरोप लगाया था कि उसने भी सोशल मीडिया पर तथ्यों को जाने बगैर फर्जी तरीके से कुछ चीजे वायरल कर सामाजिक छवि को खराब करने का प्रयास किया। निजी सचिव ने शामिल लोगों की जांच कराकर विधिक कार्यवाही की मांग की थी।
दो जनवरी को होगी परिवाद में सुनवाई
उधर बीते बुधवार को वर्तिका सिंह लखनऊ हाईकोर्ट के अपने अधिवक्ता
रोहित त्रिपाठी के साथ दीवानी कोर्ट सुलतानपुर पहुंची थीं। उन्होंने एमपी-एमएलए कोर्ट में केंद्रीय मंत्री की शह पर उनके करीबियों पर केंद्रीय महिला आयोग का सदस्य बनवाने के नाम पर 25 लाख रूपए की मांग का आरोप लगाते हुए परिवाद दायर कराया था। उसने पद का फर्जी लेटर जारी करने समेत समस्त सबूत कोर्ट में प्रेषित किया था। जिस पर विशेष न्यायाधीश पीके जयंत ने क्षेत्राधिकार पर सुनवाई को लेकर नियत दो जनवरी की तारीख नीयत की है।
स्मृति ईरानी ने वर्तिका को बताया था गांधी परिवार का प्यादा
बता दें कि 25 दिसंबर को तीन दिवसीय दौरे पर अमेठी पहुंची स्मृति ईरानी नए इस पूरे प्रकरण पर दौरे के दूसरे दिन चुप्पी तोड़ते हुए मीडिया में बड़ा बयान दिया था। स्मृति ईरानी ने वर्तिका सिंह के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा था कि इस प्रकरण (वर्तिका सिंह केस) में फर्जीवाड़े के तीन मुकदमे दर्ज कराए जा चुके हैं। भारत सरकार के उपक्रमों के आधार पर फर्जी दस्तावेज लिखे गए। साथ ही पहले से ही इस पर दो संदिग्ध अपराधों में एफआईआर अयोध्या और लखनऊ में दर्ज है। उन्होंने ये भी कहा था कि “एक बार फिर कहती हूं अमेठी कांग्रेस का गढ़ रहा था, लेकिन अगर कांग्रेस पार्टी को मुझ पर कटाक्ष करना है तो कम से कम ऐसे प्यादे खड़े ना करें जिनका डायरेक्ट संबंध गांधी खानदान से है।”