लखनऊ। साल में दूसरी बार आईएएस वीक को लेकर जहां सोशल मीडिया पर सरकार की कड़ी आलोचना हो रही है। वहीं विपक्षी भी इसको लेकर सरकार को घेरने की तैयारी कर रहे हैं। पहली बार आईएएस वीक मार्च में हुआ था। दूसरी बार दिसम्बर में फिर मनाने की तैयारी की जा रही है। लोगों का कहना है कि वर्तमान समय में प्रदेश में कोई काम सही से नहीं हो रहे हैं। जनता नोटबंदी के चलते परेशान है लेकिन सरकार आईएएस वीक करने की तैयारी में जुटी है। और तो और आंकड़ों के मुताबिक विकास दर में भी लखनऊ 39वें से खिसककर 80 वें पायदान पर आ गया है विडम्बना यह होगी कि प्रदेश की राजधानी जौनपुर, बाँदा और चंदौली जैसे जिलों से भी पीछे है।
यह है कार्यक्रम की रुपरेखा
आईएएस वीक 16 से 18 दिसम्बर तक चलेगा। राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने सहमति दे दी है। 15 दिसंबर को फोटोग्राफी कंपटीशन, चिल्डन क्विज, पेंटिंग, रंगोली, एवं क्लचरल प्रोग्राम होंगे। 16 दिसम्बर को सीनियर एडमिनस्ट्रीव ऑफिसर्स कॉन्फ्रेंस, मुख्यमंत्री के साथ लंच स्पाउस डिनर एंड क्लचरल इवनिंग होगी। 17 दिसम्बर को एनुअल जनरल मीनिंग, स्पाउस मीट, लंच, राज्यपाल संग डिनर और 18 दिसम्बर को क्रिकेट मैच और सर्विस ऐट होम होगा। इसबार भी पिछले मैचों की तरह ही मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ही मैच जीतेंगे।