पूर्व मंत्री और कांग्रेस के कद्दावर नेता बच्चा पाठक का कल लम्बी बीमारी के बाद निधन हो गया. वाराणसी के गैलेक्सी अस्पताल में फेफड़ों में संक्रमण की शिकायत के बाद उन्हें भर्ती कराया गया था, जहाँ उन्होंने करीब रविवार शाम 5:30 बजे अंतिम सांसें ली. इस खबर के बाद क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई थी. बच्चा पाठक बलिया की बांसडीह विधानसभा सीट से 7 बार कांग्रेस के टिकट पर विधायक चुने गए.
पचरुखिया के गंगा घाट पर आज होगा अंतिम संस्कार:
- आज सुबह बच्चा पाठक का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गाँव खानपुर डुमरिया लाया गया.
- जनता दर्शन के लिए उन्हें पार्थिव शारीर को रखा गया है.
- इसके उपरांत अंतिम संस्कार पचरुखिया के गंगा घाट पर किया जायेगा.
- बांसडीह से ही सपा के विधायक और नेता प्रतिपक्ष राम गोविन्द चौधरी ने बच्चा पाठक के निधन पर शोक व्यक्त किया है.
- उन्होंने कहा कि बलिया ने एक महान व्यक्तित्व को खो दिया.
- राजनीति में उनके योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता है.
- दो बार कैबिनेट मंत्री रहे बच्चा पाठक ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत 1967 में की थी.
- पहली दफा वो चुनाव हार गए लेकिन 1969 में उन्होंने चुनाव में जीत हासिल की.
- तब से उनकी जीत का सिलसिला शुरू हो गया.
- दिग्गज कांग्रेसी नेता बच्चा पाठक 1977 में जनता पार्टी की लहर के बावजूद जीत दर्ज कर फिर चर्चा में आये और ‘शेर-ए-बलिया’ के नाम से जाने जाने लगे.
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