बाराबंकी: बैंक ऑफ इंडिया बीसी पॉइंट संचालक पर घोटाले के गंभीर आरोप, कई खाता धारक ठगे गए
बेलहरा, बाराबंकी: बैंक ऑफ इंडिया (Bank of India) बीसी पॉइंट संचालक पर घोटाले के गंभीर आरोप, कई खाता धारक ठगे गए
नगर पंचायत बेलहरा में बैंक ऑफ इंडिया (Bank of India) के ग्राहक सेवा केंद्र (बीसी पॉइंट) के संचालक राधेश्याम मौर्य के घोटालों की परतें लगातार खुलती जा रही हैं। स्थानीय चौकी पर एक दर्जन से अधिक शिकायतें दर्ज हो चुकी हैं, लेकिन पुलिस अब तक जांच के ही चरण में है।
घोटाले का पहला मामला: गया प्रसाद की शिकायत
बेलहरा निवासी गया प्रसाद ने चार साल पहले, लगभग 4 लाख रुपये अपने खाते में जमा करने के लिए राधेश्याम मौर्य को दिए थे। जब उन्हें पैसे की जरूरत पड़ी और वह बैंक से रकम निकालने पहुंचे, तो उन्हें यह जानकर झटका लगा कि पैसे खाते में जमा ही नहीं हुए। इससे उनकी आर्थिक स्थिति पूरी तरह चरमरा गई। पीड़ित बार-बार राधेश्याम मौर्य के दुकान के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन आरोपी का कोई पता नहीं है। (Bank of India)
सुनीता का मामला: फर्जी रसीद का खेल
नगर पंचायत बेलहरा के वार्ड नंबर 5 की सुनीता ने 6 फरवरी 2024 को 34,000 रुपये अपने खाते में जमा किए थे। उनके पास रसीद भी है, लेकिन जब वह बैंक से पैसे निकालने पहुंचीं, तो पता चला कि उनकी रकम खाते में जमा ही नहीं हुई।
अन्य पीड़ितों के मामले
यह अकेला मामला नहीं है। अन्य खाता धारकों ने भी राधेश्याम मौर्य के खिलाफ घोटाले की शिकायत की है:
- विपिन (कुदरतपुर): ₹60,000 खाते में जमा नहीं हुए।
- मेहरुल (प्रधानमंत्री आवास योजना लाभार्थी): ₹85,000 खाते से गायब।
- राजेश (तेनुआ निवासी): ₹30,000 खाते से निकल गए।
- प्यारा (बेलहरा निवासी): ₹70,000 खाते से गायब।
पुलिस में तहरीर, लेकिन कार्रवाई नहीं
सभी पीड़ितों ने स्थानीय चौकी पर लिखित तहरीर दी है। बावजूद इसके, अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। पुलिस का कहना है कि जांच चल रही है। लेकिन पीड़ितों को न्याय मिलने में हो रही देरी उनके विश्वास को कमजोर कर रही है।
कम पढ़े-लिखे लोगों को बनाया निशाना
संचालक राधेश्याम मौर्य और उनके बेटे अनुपम मौर्य द्वारा कथित रूप से कम पढ़े-लिखे और अशिक्षित खाता धारकों को निशाना बनाया गया। ऐसे लोग, जिन्हें बैंकिंग की जानकारी नहीं होती, उनकी मेहनत की कमाई को हेरफेर करके गायब कर दिया गया।
कई और मामले सामने आने की आशंका
फिलहाल जो मामले सामने आए हैं, वे सिर्फ शुरुआत भर हैं। अगर सही तरीके से जांच हो, तो दर्जनों और पीड़ितों के साथ हुई धोखाधड़ी उजागर हो सकती है।
बेलहरा में बीसी पॉइंट संचालक के खिलाफ हुए इन घोटालों ने बैंकिंग सेवा में पारदर्शिता और सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। मेहनत की कमाई खोने वाले खाता धारकों को न्याय दिलाने के लिए प्रशासन को जल्द और सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। यह घटना इस बात का सबूत है कि जागरूकता और सख्त निगरानी की कितनी जरूरत है ताकि भविष्य में इस तरह की धोखाधड़ी रोकी जा सके।
Report by Neeraj Nigam
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