उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में गंगा बैराज पर बुधवार को 7 युवकों की गंगा नदी में डूबने से मौत हो गई। शहर में हो रही बारिश का लुफ्त उठाने गंगा बैराज पहुंचे इन युवकों की मौत के बारे में गुरूवार को उनके साथ नहाने गए दोस्तों ने बेहद गंभीर खुलासा किया है। युवकों के दोस्तों का कहना है कि हादसे के दौरान बहुत तेज बारिश हो रही है, जब हमारे दोस्त नदी में डूबने लगें तो हम लोगों ने तुरंत गंगा बैराज पुलिस चौकी पहुंच कर पुलिस को घटना की सूचना दी थी, लेकिन पुलिस ने कहा कि बारिश थमने दो, फिर चलते हैं।
- इसके बाद पुलिस आधे घंटे बाद घटनास्थल पर पहुंची, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी और 7 युवकों की नदी में डूबकर मौत हो चुकी थी।
- इस हादसे में बच निकले युवकों का कहना है कि अगर पुलिस समय रहते मौके पर पहुंच गई होती तो उनके दोस्तों की जान बच सकती थी।
- यह हादसा यूपी पुलिस की बड़ी लापरवाही को उजागकर करता है, 7 युवक अपनी जान से हाथ धो बैठते हैं, लेकिन पुलिस बेपरवाह हाथ पर हाथ धरे बैठी रह जाती है।
- हादसे के एक चश्मदीद के मुताबिक उस वक्त मूसलाधार बारिश हो रही थी, इसके बावजूद सभी लड़के बैराज के उस हिस्से पर चले गए, जहां प्रशासन ने डेंजर जोन घोषित कर रखा है और वहां नहाना मना है।
- जिस वक्त यह घटना हुई तो यह युवक जोर-जोर से चिल्ला रहे थे, लेकिन बारिश की वजह से उस समय मौके पर कोई नहीं गया।
- मृतक युवकों के दोस्त अर्जुन और विनय ने बताया कि वह भागकर तुरंत गंगा बैराज पुलिस चौकी गए, लेकिन बारिश थमने की बात कहकर पुलिस उनके साथ नहीं गई।
- वहीं अगर बैराज पुलिस की मानें तो सूचना मिलते ही वो मौके पर पहुंचे थे, लेकिन तब तक युवक काफी अंदर जा चुके थे। और उन्हें बचाया नहीं जा सका।
- एक बड़ा सवाल ये भी है कि जहां डेंजर जोन घोषित किया गया है, वहां सिक्युरिटी क्यों नहीं लगाई गई है? अगर वहां सुरक्षा व्यवस्था होती तो शायद ये घटना भी नहीं होती।
UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें