राजधानी लखनऊ के चिनहट स्थित सरायशेख गांव में राजकीय पॉलिटेक्निक लखनऊ की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के द्वारा सात दिवसीय विशेष शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने गांव के लोगों से मिलकर उनकी तमाम समस्याओं से रूबरू हुए साथ ही ग्रामीण क्षेत्र में फैली तमाम कुरीतियों अंधविश्वास, रूढ़िवादिता, दहेज प्रथा, और बाल श्रम के प्रति जागरूक कर कुरीतियों से उबरने, उन्हें ख़त्म करने का मंत्र दिया। इतना ही नहीं छात्र-छात्राओं ने ग्रामीणों को पर्यावरण प्रदूषण, कुटीर उद्योग, स्वास्थ्य और उन्नत कृषि जैसे तमाम महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा कर तमाम जानकारियां दी। आपको बता दें कि इस विशेष शिविर का उद्घाटन राजकीय पॉलिटेक्निक लखनऊ के प्रधानाचार्य जॉनबेग लोनी ने किया। इस दौरान विशिष्ट अतिथि के तौर पर ग्राम प्रधान दिलीप कुमार विश्वकर्मा भी मौजूद रहे।
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचारों को आगे बढ़ाया
ग्रामीणों की तमाम समस्याओं से सरोकार करने और उनको जागरूक करने के उद्देश्य को लेकर राष्ट्रीय सेवायोजना इकाई का सञ्चालन राजकीय पॉलिटेक्निक के माध्यम से किया जा रहा है। इस कवायद को आगे बढ़ाने के लिये राजकीय पॉलिटेक्निक के सैकड़ों छात्र छात्राएं आज 22 मार्च को चिनहट स्थित सरायशेख गांव पहुंचे। वहां उन्होंने ग्रमीणों को तमाम समस्याओं से निपटने, कुरीतियों को ख़त्म करने के मन्त्र दिए। इतना ही नहीं शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा भी की। आपको बता दें कि खास तौर पर यह अभियान राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचारों को आगे बढ़ाने के लिए है। महात्मा गांधी का मानना था कि भारत गांवों में बसता है, और जब तक ग्रामीणों के चेहरे पर मुस्कुराहट दिखाई नहीं देती तब तक देश का सर्वांगीण विकास नहीं हो सकता। ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी अंधविश्वास, रूढ़िवादिता, स्वास्थ्य, साक्षरता प्रसार, दहेज प्रथा और बाल श्रम अधिकारों की जागरूकता पर्यावरण एवं प्रदूषण कुटीर उद्योग आदि जैसे गंभीर विषयों को अधिक गतिमान बनाए जाने की आवश्यकता है।
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आत्मनिर्भर बनाए जाने की दिशा में सकारात्मक प्रयास
इसके साथ ही कृषि के क्षेत्र में नवीनतम शोध कार्यों और उपलब्धियों के माध्यम से ग्रामीण जनों को आत्मनिर्भर बनाए जाने की दिशा में सकारात्मक प्रयास किए जा सकते हैं। इतने बड़े काम किसी एक क्रांति से संभव नहीं हो सकते इसके लिए हम सभी को एक समूह में रहकर एक अभियान के साथ आगे बढ़ना होगा, इसी उद्देश्य को लेकर राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई का संचालन किया जा रहा है छात्र छात्राओं में सेवा भाव जगाने के लिए और उनमें आपसी सामंजस्य नेतृत्व क्षमता राष्ट्रप्रेम समाज सेवा जैसे सद्गुणों का उदय करने के लिए ऐसे कार्यक्रमों पर जोर दिया जा रहा है।