आज प्रधानमंत्री मोदी शाहजहांपुर पहुंचे हैं. जहाँ पीएम मोदी किसान कल्याण रैली को संबोधित कर रहे हैं. इस दौरान पीएम मोदी की रैली में 9 जिले के किसान शामिल हुए हैं. बता दें कि पीएम मोदी के कार्यक्रम में सीएम योगी सहित डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या, मंत्री सुरेश खन्ना, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय भी शामिल हुए हैं.
पीएम मोदी का संबोधन:
शहीदों की नगरी शाहजहांपुर के जन मन को मेरा सलाम
बिस्लिम, विद्रोही की धरती को प्रणाम
रैली में आये किसानों को नमन.
कुछ दिन पूर्व देशभर के गन्ना किसान मुझसे भेंट करने आए।
तब मैंने कहा था कि बहुत जल्द अच्छी खबर उनको मिलेगी।
शाहजहांपुर में मैं वही वादा पूरा करने आया हूं।
हाल ही में सरकार ने फैसला किया है कि आपको अब गन्ने पर लागत मूल्य के ऊपर लगभग 80 प्रतिशत सीधा लाभ मिलेगा.
यूपी, केंद्र कि सरकार के लिए किसान प्राथमिकता
चीनी उत्पादन में वृद्धि को देखते हुए यह मूल्य तय किया गया है।
गन्ना के प्रति कुंतल की लागत 155 रुपये आंकी जाती है।
अब जो मूल्य तय किया गया है, वह लागत का लगभग दोगुना हो रहा है.
यही कारण है कि पांच करोड़ गन्ना किसानों के हित में अनेकों फैसले लिए गए हैं।
आपके गन्ने का पूरा बकाया जल्द से जल्द मिले, इसके लिए अनेक प्रयास किए जा रहे हैं.
चीनी के आयात पर 100 प्रतिशत शुल्क लगाया गया। 20 लाख टन चीनी निर्यात करने की अनुमति दे दी गई।
चीनी के लिए न्यूनतम मूल्य तय किया गया ताकि चीनी मिल नुकसान का बहाना न बना पाए.
पहले पैसे चीनी मिल को दिए जाते थे। हमने रुपये सीधे किसानों के खाते में जमा किए।
किसानों को उनका हक दिलाया।
इन्हीं प्रयासों का असर है कि पुराना बकाया निरंतर कम होता जा रहा है।
बकाए के भुगतान की गति और तेज होने वाली है
पिछली सरकार ने MSP नहीं बढाई.
हमने गन्ने पर एमएसपी 20 रूपए बढाई.
किसानों के नाम पर घड़ियाली आंसू बहाने वाले भी ऐसा कर सकते थे लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।
हमारी सरकार ने तय किया है कि इस बार आप जो गन्ना बेचेंगे, उसका लाभकारी मूल्य 20 रुपये बढ़ाकर 275 रुपये प्रति कुंतल कर दिया जाए.
घड़ियाली आंसू बहाने वालों को आपकी फिक्र नहीं.
कांग्रेस ने किसानों के लिए कुछ नहीं किया.
कांग्रेस ने गन्ना किसानों का भुगतान नहीं किया.
पिछली यूपी सरकारों ने काम नहीं किया.
योगी सरकार आने के बाद काम में तेजी आई.
पुरानी सरकारों की गलत नीतियों से युरिया के कारखाने बंद हो गये.
हमारी सरकार ने बंद पड़े कारखानों को फिर से शुरू करने का काम किया.