उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में स्थित एक मंदिर(shani temple) में सूबे सहित देश के कई बड़े नेताओं की एंट्री पर बैन है, फिर चाहे बात देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की हो, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की हो या भारत के किसी भी नेता की, सभी की एंट्री को इस मंदिर में बैन किया गया है। इसके बावजूद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की एंट्री को यहाँ बैन नहीं किया गया है।
भ्रष्ट नेताओं की मंदिर में एंट्री नहीं(shani temple):
- कानपुर जिले में स्थित यूनिवर्सिटी के पीछे ‘भ्रष्ट तंत्र विनाशक शनि मंदिर’ है।
- जिसका निर्माण सामाजिक कार्यकर्ता रॉबी शर्मा ने कराया है।
- बकौल रॉबी मैंने यह मंदिर साल 2012 में हर जगह भ्रष्टाचार से ऊबकर बनवाया।
- मंदिर का उद्घाटन रॉबी ने दिव्यांग पवन राणे से कराया था।
- मंदिर में शनि देव की तीन मूर्तियों के साथ ब्रह्म देव की मूर्ति स्थापित की गयी है।
- साथ ही मंदिर में भगवान हनुमान की मूर्ति भी है।
- रॉबी के अनुसार, लोग भ्रष्ट अधिकारियों, नेताओं-मंत्रियो और जजों को भगवान न समझें।
- इसीलिए रॉबी ने मंदिर में भ्रष्ट अधिकारियों, मंत्रियों-नेताओं और जजों की एंट्री को बैन किया है।
भ्रष्ट लोगों की लगायी फोटो(shani temple):
- रॉबी ने मंदिर में उन सभी लोगों की तस्वीर भी लगा रखी है, जिनकी मंदिर में एंट्री पर बैन है।
- मंदिर के मुख्य दरवाजे पर लिखा है कि,
- “यदि आपकी कोई मनोकामना पूरी होती है तो मंदिर में घंटा आदि न चढ़ाकर इसकी जगह गरीब बच्चों को स्कूल बैग टांग दें।
- साथ ही भ्रष्ट लोगों की एंट्री पर हर 20 साल में समीक्षा की जाएगी स्थित सुधरने पर ही मंदिर में प्रवेश मिलेगा।
इन लोगों को नहीं मिल सकता है प्रवेश(shani temple):
- कानपुर के शनि मंदिर में कुल 63 लोगों की एंट्री पर बैन लगाया गया है।
- जिनमें पीएम नरेंद्र मोदी, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी,
- पी चिदंबरम, शीला दीक्षित, नितिन गडकरी, लाल कृष्ण आडवाणी,
- बसपा सुप्रीमो मायावती, पूर्व सीएम अखिलेश यादव, मुलायम सिंह यादव,
- कानपुर के पूर्व डीएम कौशल राज शर्मा, यूपी के प्रमुख सचिव आलोक रंजन,
- कानपुर विकास प्राधिकरण की पूर्व उपाध्यक्ष जय श्री भोज।
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