भारत देश में वैसे तो सभी राजनेता महिलाओं की सुरक्षा के लिए कई वादे करते हैं. परंतु जब भी कोई लड़की या महिला किसी अपराध का शिकार बनती है तो यही राजनेता इन मुद्दों से अपना पल्ला छुड़ा लेते हैं. सरकार की लाख कोशिशों के बाद भी देश में महिलायें सुरक्षित नहीं हैं. वे आये दिन किसी ना किसी अपराध का शिकार बनती हैं. यही नहीं शिकार बनने के बाद अगर वे आवाज़ उठाने की कोशिश भी करती हैं तो उन्हें डरा-धमका कर चुप रहने को कहा जाता है. ऐसा ही एक मामला उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ से आ रहा है.
दरिंदों ने बनाया था हवस का शिकार
- जहाँ एक महिला को कुछ दरिंदों द्वारा पहले हवस का शिकार बनाया गया.
- बाद में उसकी पहचान को हमेशा के लिए मिटाने के लिए उसे एसिड से जला दिया गया.
- मामले को अंजाम देने वाले आरोपी बड़ी ही आसानी से ज़मानत पर रिहा हो गए हैं.
- जिसके बाद अब इस महिला को डरा-धमका रहे हैं.
- दरअसल यह मामला लखनऊ स्थित शेरोस हैंगआउट्स में काम करने वाली कमला( बदला हुआ नाम) का है.
- आपको बता दें कि छाँव फाउंडेशन के अंतर्गत काम करने वाली यह संस्था उन महिलाओं को सहारा देती है,
- जो अपना आत्मविश्वास खो चुकी होती हैं.
मुक़दमा दर्ज लेकिन गिरफ़्तारी नहीं हुई:
- एसएसपी मंजिल सैनी ने भी मौके पर पहुंचकर पीड़िता की कहानी सुनी थी.
- एसएसपी की दखल के बाद पुलिस ने केस दर्ज किया.
- इस मामले की जांच चल रही है.
- लेकिन आरोपियों की गिरफ़्तारी अभी तक नहीं हो सकी.
- आरोपियों द्वारा जान से मारने की धमकी देने के बाद भी अभी सुरक्षा नहीं दी गई है.
- पुलिस ने मामले को दबाव में दर्ज तो कर लिया लेकिन कोई गिरफ़्तारी नही हुई.
- पीड़िता को लगातार धमकी मिलती रही है और उसकी जान को खतरा है.
- पहले भी रेप और गैंगरेप का शिकार हो चुकी पीड़िता को जान से मारने की धमकी तक मिली.
- पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने में कितनी दिलचस्पी दिखाई, ये आरोपियों के दुस्साहस से ही मालूम हो जाता है.
स्पीड पोस्ट से चिट्ठियां भेजकर दी जा रहीं धमकी
- ऐसी ही एक महिला कमला ( बदला हुआ नाम) भी हैं जिनके साथ बलात्कार जैसी घटना के साथ एसिड से जला देने की वारदात भी हुई है.
- जिसके बाद जेल से छूटे रसूकदार आरोपी इस संस्था को स्पीड पोस्ट द्वारा चिट्ठियाँ भेज डरा-धमका रहे हैं.
- चिट्ठी में लिखा गया है कि पीड़िता को अपनी कंपनी से निकाल दो, नही तो पैसे वापस करवा दो, अगर ऐसा नहीं किया गया तो पीड़िता के शरीर में खून की जगह एसिड बहेगा.
- इस मामले को लेकर यह संस्था पुलिस के पास भी गयी थी, परंतु उनकी सुनवाई नहीं हुई है.
- आपको बता दें कि यह संस्था खुद सीएम अखिलेश द्वारा शुरू की गयी थी.
- साथ ही इस संस्था को जगह भी सपा सरकार द्वारा ही दी गयी थी.
- जिसके बाद अब इस संस्था व इस मामले पर यहाँ की पुलिस व प्रशासन सुनने को तैयार नहीं है.
गैंगरेप के बाद भी नहीं हुई कोई गिरफ़्तारी:
- पीड़िता ने साथ दरिंदों ने एक बार रेप किया.
- दरिंदों ने पीड़िता के साथ गैंग रेप भी किया.
- फंसने के डर से आरोपियों ने पीड़िता पर तेजाब डालकर जला दिया.
- उसे लगातार जान से मारने की धमकियां भी मिल रहीं हैं, लेकिन दरिंदों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है.
- ऐसे में सवाल उठ रहा है कि सीएम के महिला सुरक्षा के सारे दावे खोखले हैं.
- एक नहीं दो-दो पॉवर विंग बनी होने के बाद भी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है.
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